एक तरफ खेरसॉन पर कब्जा, तो दूसरी तरफ धमाको से दहली राजधानी कीव
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यूक्रेन। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े महायुद्ध ने भयावह मोड़ ले लिया है। यूक्रेन के नागरिक भारी मात्रा में शहर को छोड़ के जा रहे है। बता दें की संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने कहा है कि पिछले सात दिन में यूक्रेन से 10 लाख लोग निकल चुके हैं। यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने बताया कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोगों का भागकर जाना जारी है और मंगलवार से दो लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन की सीमा पार की है।
एक दिन पहले ही मंटू ने आगाह किया था कि यूक्रेन से लोगों का पलायन इतने बड़े पैमाने पर जारी है कि यह इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट होगा। उन्होंने कहा कि यूएनएचसीआर ने पहले अनुमान लगाया था कि यूक्रेन से 40 लाख लोग पलायन कर सकते हैं, लेकिन एजेंसी अपने पूर्वानुमान का पुनर्मूल्यांकन करेगी। ताजा आंकड़े दर्शाते हैं कि आधे से अधिक अर्थात करीब चार लाख 54 हजार लोग पोलैंड और एक लाख 16 हजार से अधिक हंगरी गए हैं और 79,300 ने मोल्दोवा में शरण ली है। कुल 69,000 लोग अन्य यूरोपीय देश गए हैं तो 67,000 लोगों ने स्लोवाकिया का रुख किया है।
यूक्रेन के 15 शहरों पर हवाई हमलों का अलर्ट जारी: रूस के ताबड़तोड़ हमले के बीच यूक्रेन के 15 शहरों पर हवाई हमलों का अलर्ट जारी किया गया है। अब तक 10 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का आठवां दिन है। रूस की ओर से अभी भी ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पास कर रूसी सेना को यूक्रेन से बाहर जाने के लिए कहा है। इसके अलावा यूक्रेन में हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है।
रूस ने खेरसॉन पर कब्जा किया: रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर खेरसॉन पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि कर दी है।
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