भारत चीन के बीच विवादों को सुलझाने के लिए 11 मार्च को होगी बीव सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता
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नई दिल्ली। भारत और चीन सीमा विवाद से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए कमांडर स्तर की 15वीं सैन्य वार्ता करने को राजी हो गए हैं। ये वार्ता 11 मार्च को भारतीय सीमा के अंदर चुशुल मोल्डो पर होगी। एएनआई ने रक्षा सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। आपको बता दें कि बताया है कि इस माह जनवरी में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए 14वें दौर की कमांडर स्तरीय वार्ता हुई थी। हालांकि ये वार्ता बेनतीजा जरूर रही लेकिन इससे आगे वार्ता को जारी रखने की राह जरूर निकली थी। इस वार्ता में दोनों देशों ने ये सुनिश्चित किया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बहाली और गतिरोध को दूर करने के लिए वार्ता से मुंह नहीं फेरा जाएगा।
इस वार्ता से ही अगले दौर की वार्ता की उम्मीद भी बंधी थी। 14वें दौर की बातचीत में हाट स्प्रींग एरिया, उत्तर और दक्षिण पैंगांग सा,गउवन और गोगरा हाट स्प्रींग एरिया को लेकर बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों और से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया था कि दोनों ही देश अपने राष्ट्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन के हिसाब से ही विवादित मुद्दों के समाधान के लिए काम करते रहेंगे। इस बयान में लाइन आफ एक्चुअर कंट्रोल पर शांति बहाली को वार्ता का मुख्य मकसद बताया गया था।
आपको बता दें कि 14वें दौर की वार्ता चीन के मोल्डो में हुई थी और ये करीब 12 घंटे से भी अधिक समय तक चली थी। इसमें भारत का नेतृत्व 14वें कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने किया था और इसमें विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी शामिल थे। हालांकि 15वें दौर की बातचीत में सभी विवादों को सुलझा लिया जाएगा ये तय नहीं है। इसकी वजह कि चीन अपने अडि़यल रुख पर कायम है। इस वजह से विवाद लगातार बना हुआ है।
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