यमुनोत्री राजमार्ग पर हुई सड़क दुर्घटना के बाद इंटरनेशनल रोड़ फेडरेशन ने कहा-सड़क किनारे लगने चाहिए क्रैश बैरियर
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देहरादून। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राजमार्ग पर हुई सड़क दुर्घटना पर इंटरनेशनल रोड फेडरेशन ने चिंता व्यक्त की है। इस तरह की सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए फेडरेशन ने सड़क सुरक्षा के लिए तकनीकी पहलुओं पर काम करने के साथ नियमों को सख्त करने के सुझाव दिए हैं।
इंटरनेशनल रोड फेडरेशन के अध्यक्ष केके कपिल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन चलाने के लिए लाइसेंस नियमों को सख्त किया जाए। साथ ही ओवरलोडिंग पर लगाम कसने के साथ फिटनेस नियमों को भी कड़ा किया जाए। वाहनों में अनिवार्य रूप से ट्रैकिंग सिस्टम भी लगाया जाना चाहिए। वहीं, फेडरेशन के इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष सतीश परख ने कहा कि सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा के लिहाज से तकनीकी पहलुओं पर भी काफी काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाए जाएं और सड़क निर्माण में पहाड़ के कटान व भूस्खलन जोन के उपचार में सभी मानकों का ध्यान रखना जरूरी है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा के लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक प्लान पर काम करने के साथ रंबल स्ट्रिप्स बनाकर वाहनों में स्पीड गवर्नर लगाए जाएं।
यह दिए सुझाव
सड़क किनारे रिफ्लेक्टर टेप लगाए जाएं।
वाहनों को उच्च दृश्यता (हायर विजिबिलिटी) फीचर से लैस किया जाए।
वाहनों में एबीएस ब्रेक सिस्टम हो व फाग लैंप की अनिवार्यता की जाए।
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