सूरज उगल रहा आग, गर्मी से बच्चे और बुजुर्ग हो रहे डायरिया का शिकार, 15 जून के बाद राहत मिलने की उम्मीद
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देहरादून। सूरज आग उगल रहा है। गर्मी से हर कोई बेहाल है। ऐसे में डायरिया के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक डायरिया की चपेट में हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में हर दिन उल्टी, दस्त और वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैं। विभाग के मुताबिक, राजधानी दून में अधिकतम तापमान लगातार सातवें दिन भी 40 डिग्री का आंकड़ा पार कर गया। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह का कहना है कि हीटवेव का असर फिलहाल कुछ दिनों तक जारी रहेगा। 15 जून के बाद ही गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है
धर्मनगरी का अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री रहा। ऐसे में लोग डायरिया की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। दोपहर में गर्मी और रात में उमस के कारण वायरल फीवर भी हो रहा है। जिला अस्पताल में मरीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इन दिनों जरनल फिजिशियन डॉ. संदीप टंडन और डॉ. राम प्रकाश 250 से 300 मरीजों को देख रहे हैं। पहले यह संख्या दो सौ के आसपास थी। अब आ रहे मरीजों में 75 से 80 मरीज उल्टी, दस्त, बुखार, खांसी, जुखाम, वायरल फीवर के हैं।
40.1 डिग्री सेल्सियस तक गया तापमान
डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि गर्मी के कारण डायरिया और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वहीं बाल रोग विशेष डा. हितेंद्र जंगपांगी की ओपीडी में भी 85 से 95 बच्चों में से 55 से 65 बच्चे डायरिया, उल्टी, दस्त बुखार, खांसी से ग्रस्त होकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शशिकांत के छुट्टी पर रहने से उन्हें अकेले मरीजों को देखना पड़ रहा है। वहीं रुड़की शहर से देहात तक पिछले कई दिन से पड़ रही तेज गर्मी से हर कोई बेहाल है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस तक गया।
बाजार व चौराहों पर पसरा सन्नाटा
मौसम के तल्ख तेवर से लोगों की शहर के मुख्य चौराहों और सार्वजनिक रास्तों पर आवाजाही कम हो गई है। बृहस्पतिवार को भी सुबह से ही गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे। दोपहर होते-होते तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। आलम यह रहा कि तेज धूप के साथ लू के गर्म थपेड़ों ने मुसीबत और बढ़ा दी। दोपहर को शहर की प्रमुख बाजार व चौराहों पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं घरों में बैठे लोगों ने गर्मी से राहत पाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का सहारा लिया, पंखे व कूलर भी गर्मी के सितम से राहत पहुंचाने में नाकाम साबित हुए। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी एक-दो दिन भीषण गर्मी से राहत पाने की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि दो से तीन दिन बाद बूंदाबांदी की संभावना है।
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