जोशीमठ भू धंसाव के शिकार दो होटलों पर नहीं चला बुलडोजर, विरोध में उतरी जनता ।
होटल माउंट व्यू के मालिक सुंदरलाल सेमवाल और मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि बिना पुनर्वास व मुआवजे के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी.सीएम धामी ने एक माह का वेतन सीएम राहत कोष में दिया है प्रभावित होटल मालिकों ने दी आत्मदाह की धमकी
जोशीमठ। स्थानीय व्यापारियों के भारी विरोध के बाद जोशीमठ प्रशासन ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अमलीजामा नहीं पहना सका। SDRF ,पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद थे। लेकिन व्यापारियों व जनता के सुबह से लेकर रात तक चले विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी के बाद प्रशासन को अपने कदम पीछे खींचने पड़े।
मंगलवार की सुबह एसडीएम की मौजूदगी मे पुलिस, एनडीआरएफ,व एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। होटल के बाहर लगे विद्युत लाइन को हटाया गया । मौके पर जेसीबी मशीन भी मौजूद थी। पुलिस फ़ोर्स ने जब होटल परिसर खाली कराने की।कोशिश की तो जनता ने हंगामा खड़ा कर दिया। देर तक नारेबाजी होती रही। प्रशासन ने मनाने की कोशिश भी की लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
जोशीमठ के व्यापारियों के साथ खतरे की जद में आए होटल माउंट व्यू के मालिक सुंदरलाल सेमवाल और मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि बिना पुनर्वास व मुआवजे के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने आत्मदाह की भी धमकी दी।
होटल स्वामी ठाकुर सिंह राणा का कहना था विना किसी सेटलमेंट के होटल को किसी भी दशा मे खाली नहीं कराया जाएगा। वो जान दे देँगे पर होटल को ध्वस्त नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि जिलाधिकारी चमोली ने आपदा अधिनियम के तहत जन सुरक्षा को देखते हुए दो होटलों को ध्वस्त करने का आदेश पारित किया था। सरकार भी इस पक्ष में है कि खतरनाक भवन ध्वस्त कर दिए जाएं। लेकिन भारी विरोध के कारण ध्वस्तीकरण की कार्यवाही नहीं हो सकी।
अब बुधवार से जिला प्रशासन ध्वस्तीकरण पर नए प्लान के साथ आक्रोशित जनता को मनाने की कोशिश करेगा। आज जिला प्रशासन, पुलिस के अधिकारियों के अलावा SDRF के मुखिया आईपीएस मणिकांत मिश्रा भी मौके पर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ आपदा को देखते हुए एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जोशीमठ प्रभावित लोगों के साथ है और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री राहत कोष की धनराशि का उपयोग जोशीमठ के आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए किया जाएगा