जेवर एयरपोर्ट के साथ ही बसाए जा रहे हैं 4 नए शहर, जानिए क्या है खास
[ad_1]
नोएडा. 25 नवंबर को पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे. यह यूपी और दिल्ली-एनसीआर की तस्वीर बदलने वाला प्रोजेक्ट है. लेकिन इसके साथ ही चार नए शहर बसाने के एक और बड़े प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है. चारों शहर जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) के नजदीक और यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे बसाए जाएंगे. नए शहरों में आवासीय, औद्योगिक, कमर्शियल और इंस्टीट्यूशनल जैसी सभी तरह की एक्टिविटी होंगी. भगवान श्रीकृष्ण (Lord Shree Krishna) से जुड़ी घटनाओं, स्थानों और पात्रों पर आधारित थीम पर भी एक अलग शहर बसाए जाने की तैयारी चल रही है.
ऐसा होगा नया नोएडा शहर
गौतम बुद्ध नगर में ही एक नया नोएडा शहर बसाने की तैयारी चल रही है. नया शहर 80 गांवों को मिलाकर बनाया जाएगा. यह गांव खुर्जा, दादरी और बुलंदशहर के होंगे. नए नोएडा का मास्टर प्लान बनाने की तैयारी चल रही है. वहीं नए नोएडा में कार्गो, लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन होंगे. दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे कॉरिडोर और अमृतसर-कोलकाता डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भी नए नोएडा से होकर ही गुजरेंगे.
11 हजार हेक्टेयर में बसेगा टप्पल-बाजना शहर
जेवर एयरपोर्ट से महज कुछ ही दूरी पर टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर के नाम से शहर बसाया जा रहा है. टप्पल अलीगढ़ जिले का एक ब्लॉक है. टप्पल यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे हैं. इस शहर की खासियत ये है कि यहां लॉजिस्टिक और वेयर हाउसिंग कलस्टर बनाया जाएगा.
वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली में क्या है बैन और कहां मिल रही राहत, जानिए सब कुछ
नया आगरा भी होगा एक्सप्रेसवे के किनारे
नए प्लान के तहत तीसरा नया शहर नया आगरा होगा. नया आगरा भी यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे ही बसाया जा रहा है. नया शहर करीब 12 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा. ऐसी चर्चा है कि नए आगरा से लैदर इंडस्ट्री को बड़ा फायदा मिलेगा. नया आगरा बसाने में जरूरी कागजी कार्रवाई अन्य तीन शहरों के मुकाबले जल्द पूरी हो जाएगी. क्योंकि नया आगरा एनसीआर में नहीं आता है. यूपी सरकार की मंजूरी मिलते ही नया आगरा बसाने का काम शुरू हो जाएगा.
ऐसा होगा मथुरा में बसने वाला नया वृंदावन शहर
यमुना प्राधिकरण ने राया में नया वृंदावन (हेरिटेज सिटी) बसाने की योजना बनाई. हेरिटेज सिटी को 9,350 हेक्टेयर में बसाने की तैयारी है. पहले चरण में 731 हेक्टेयर में टूरिज्म जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा. इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के लिए अमेरिकी कंपनी सीबीआरई का चयन किया गया. कंपनी ने ड्राफ़्ट रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है. ड्राफ्ट रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां पर धार्मिक पर्यटन के साथ ब्रज की संस्कृति को दिखाया जाए ताकि मथुरा-वृंदावन आने वाले लोग यहां पर आकर रुक सकें. यहां पर रिजॉर्ट, बजट होटल, वेलनेस सेंटर और एंडवेंचर को भी विकसित किया जाए. ड्राफ्ट रिपोर्ट बनाते समय कंपनी ने वियतनाम और मलेशिया के शहरों का अध्ययन किया.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi. हमें Facebook, Twitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.
[ad_2]
Source link