रांची में पुलिस-पब्लिक के बीच भिड़ंत, दर्जनभर लोग घायल; 10 थानों की पुलिस तैनात
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सुनील कुमार
रांची. झारखंड की राजधानी रांची का ग्रामीण क्षेत्र मंगलवार को रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. पुलिस और आमलोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई. उग्र ग्रामीणों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा. हिंसक टकराव में दोनों पक्षों के दर्जनभर लोग घायल हो गए. स्थानीय प्रशासन की टीम ग्रामसभा आयोजित कराने शिलगाई पहुंची थी. बताया जाता है कि ग्रामीणों ने प्रशासन की टीम पर हमला कर दिया. बचाव में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. हिंसक टकराव में 5 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ दर्जनभर लोग घायल हो गए. तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए मौके पर बड़ी तादाद में पुलिसबल की तैनाती की गई है.
मामला चान्हो में एकलव्य स्कूल निर्माण से जुड़ा है. इसको लेकर शुरू हुआ बवाल अभी तक शांत नहीं हुआ है. पिछले महीने स्कूल की चहारदीवारी गिरा दी गई थी. इसी को लेकर मंगलवार को स्थानीय प्रशासन की टीम स्कूल निर्माण को लेकर ग्रामीणों की राय जानने पहुंची थी. इसको लेकर ग्रामसभा का आयोजन किया गया था. पुलिस गांव के बाहर बैरिकेडिंग कर रखी थी, ताकि किसी भी विरोधी को इस सभा में शामिल होने से रोका जा सके. हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद विरोधी पक्ष के लोग भी ग्रामसभा स्थल तक पहुंच गए थे. एकलव्य विद्यालय निर्माण पर ग्रामीणों का मंतव्य जानने से पहले ही ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस-प्रशासन की टीम पर हमला बोल दिया.
लाठीचार्ज, 10 थानों की पुलिस तैनात
उग्र ग्रामीणों और उनके हमले को देखते हुए पुलिस भी सकते में आ गई. हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. हिंसक झड़प में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए. हालात की गंभीरता को देखते हुए मौके पर 10 थानों के लगभग 100 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न घट सके.
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SDM ने संभाला मोर्चा
ग्रामसभा के आयोजन को लेकर जिला मुख्यालय से SDM खुद मोर्चा संभाल रहे हैं. वह खुद घटनास्थल पर मौजूद रहे और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश करत रहे. प्रशासन फिलहाल पूरे मामले पर कुछ भी बयान देने से बच रहा है. प्रशासन ने ग्रामसभा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था. गांव के हर एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेडिंग की गई थी. प्रशासन की कोशिश थी कि गांव से बाहर के किसी विरोधी को इस सभा में शामिल न होने दिया जाए, लेकिन विरोधी गुट के लोग नहीं माने और सभा में शामिल होने के लिए पहुंच गए. इसके बाद विवाद बढ़ गया.
15 दिन पहले गिराया गया था बाउंड्रीवाल
15 दिन पहले 22 नवंबर को उग्र ग्रामीणों ने निर्माणाधीन एकलव्य विद्यालय की बाउंड्री को गिरा दिया था. निर्माण स्थल पर मौजूद तीन मिक्सचर मशीन को भी आग के हवाले कर दिया था. साथ ही पानी के टैंकर को उलट दिया था. इसके बाद से स्कूल का निर्माण कार्य रुक गया था. प्रशासन की कोशिश यहां स्कूल निर्माण कराने की है.
स्कूल निर्माण का क्यों हो रहा विरोध?
आदिवासी संगठन अमर शहीद वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल पर विद्यालय निर्माण का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना कि इस स्थान से शहीद वीर बुधु भगत की आस्था जुड़ी है. सरकार जहां चाहे स्कूल का निर्माण करा ले, पर यहां स्कूल का निर्माण नहीं होने देंगे. विद्यालय के निर्माण के विरोध में दो महीने पहले विभिन्न आदिवासी संगठनों ने चक्का जाम कर दिया था. वे NH-75 (रांची-डालटनगंज मार्ग) पर धरने पर बैठ गए थे.
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Tags: Jharkhand Police, Ranchi news
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