देश के साथ साथ विदेशियों के सिर भी सजेगी पहाड़ी कुल्लवी टोपी
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हिमांचल। पहाड़ी टोपी पहाड़ की शान के तौर पर जानी जाती है। पहाड़ो के साथ मैदानी क्षेत्रों में भी इसे शान के साथ पहना जाता है। जल्द ही पहाड़ी टोपी और पहाड़ केउत्पादों को विश्व स्तर पर उतराने की तैयारी चल रही है।
हिमांचल में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के उत्पाद अब ऑनलाइन बिकेंगे। इसके लिए अमेजन और फ्लिपकार्ट बाजार उपलब्ध करवाएंगे। फ्लिपकार्ट पर पहले बुकिंग ऑर्डर में महिलाओं ने कुल्लवी टोपी की बिक्री शुरू कर दी है। अमेजन कंपनी ने भी उत्पादों की बिक्री की तैयारी कर ली है।
20 जनवरी तक अमेजन पर भी कुल्लवी टोपी, शॉल समेत 12 विभिन्न उत्पाद मिलेंगे। जिले के करीब 295 स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद ऑनलाइन बिकेंगे। इससे महिलाओं को घर-द्वार रोजगार मिलेगा। पिछले माह 30 दिसंबर को अमेजन कंपनी के प्रतिनिधियों ने कुल्लू में विभिन्न उत्पादों का फोटोशूट किया था।
स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफार्म मुहैया करवाया जा रहा है। इससे पूर्व स्वयं सहायता समूहों के बनाए उत्पाद शहरी विकास विभाग शिमला खरीदता रहा है। अमेजन कपंनी ने जिला कुल्लू को नोडल सेंटर बनाया है। उधर, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक देवांश अवस्थी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को डिजिडल प्लेटफार्म पर विक्रय किया जाएगा। फ्लिपकार्ट पर कुल्लवी टोपी का विक्रय शुरू किया गया है।
राष्ट्रीय समेत अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मिलेगी पहचान
नगर परिषद कुल्लू के कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने कहा कि नप कुल्लू के 172, नप मनाली के 57, नगर पंचायत बंजार के 32 तथा नपं भुंतर के 34 स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद ऑनलाइन बिकेंगे। अमेजन और फ्लिपकार्ट पर उत्पादों के विक्रय होने से महिलाओं के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान मिलेगी।
इन उत्पादों की होगी ऑनलाइन बिक्री
कुल्लू की महिलाओं के उत्पाद अब डिजिटल प्लेटफार्म पर बिकेंगे। कुल्लवी टोपी, शॉल, जुराब, मफलर, महिलाओं के स्वेटर, जैकेट, कुरती तथा पुरुषों के लिए स्वेटर, जैकेट आदि उत्पाद अमेजन और फ्लिपकार्ट पर खरीदारों को मिलेंगे।
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