अमेरिकी लॉबिंग के बीच रूस संग रक्षा संबंधों पर मुहर लगाएगा भारत, जानें कितना खास है पुतिन का यह दौरा
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नई दिल्ली. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) की सोमवार की यात्रा से पहले भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि मॉस्को उसका करीबी रक्षा साझेदार बना रहेगा. सरकारी सूत्रों ने बताया है कि पुतिन की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, रक्षा, अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई अहम समझौतों पर दस्तखत होंगे. इनमें से सबसे महत्वपूर्ण रक्षा क्षेत्र गोहा, जैसे एके-203 असॉल्ट राइफल (AK-203 Assault Rifles) का विनिर्माण.
रिसीप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक्स एग्रीमेंट (आरईएलओएस) पर भी सोमवार को हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. इस तरह के समझौते ईंधन और अन्य प्रावधानों तक आपसी आधार पर पहुंच को सुविधाजनक बनाने में सेना के लिए काफी मददगार साबित होते हैं, जब वे अपने देश से दूर काम कर रहे होते हैं.
यहां तक कि जब संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) भारत से और अधिक रक्षा खरीद के लिए दबाव बनाता है और रूस से एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली (S-400 Air Defence Missile System) की खरीद की वजह से सीएएटीएसए प्रतिबंध (CAATSA Sanction) का खतरा बना रहता है, सरकारी सूत्रों ने कहा कि रक्षा खरीद में भारत अपनी रणनीतिक स्वायत्तता जारी रखेगा. उन्होंने बताया कि S-400 की पहली डिलीवरी शुरू हो चुकी है.
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Tags: India, Narendra modi, Russia, Vladimir Putin
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