Delhi-Meerut Expressway पर टोल शुरू करने को मिली मंजूरी, जानें कहां के लिए कितने रुपये देने होंगे?
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नई दिल्ली. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर टोल शुरू करने की सड़क परिवहन मंत्रालय (Ministry of Road Transport) ने मंजूरी दे दी है. मंत्रालय के अनुसार, इस माह 15 दिसंबर के आसपास वाहनों से टोल वसूलना जाना शुरू हो जाएगा. टोल लगने के बाद सराय काले खां से मेरठ तक 140 रुपये का टोल होगा, तो वहीं इंदिरापुरम से मेरठ तक 95 रुपये, डूडाहेड़ा से 75 रुपये और डासना से 60 रुपये टोल चुकाना होगा. यह टोल कार का है. बड़े वाहनों का टोल और ज्यादा होगा. हालांकि ये दरें प्रस्तावित हैं, इसमें कुछ संशोधन भी संभव है.
नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (National Highway Authority of India) देश में पहली बार इस एक्सप्रेस वे पर बगैर टोल प्लाजा के टोल वसूलने की शुरुआत कर रहा है. अभी तक इस एक्सप्रेसवे का आधिकारिक रूप से का उद्घाटन नहीं हुआ है, लेकिन एक अप्रैल 2021 से इस पर वाहन दौड़ रहे हैं. सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल वसूलने को मंजूरी दे दी है.
जानकारी के अनुसार, दो दरों से टोल वसूला जाएगा. पहला जहां पर अधिक अंडरपास या आरओबी का निर्माण किया गया है, वहां पर 2 रुपए प्रति किमी और जहां पर कम अंडरपास या रोड का निर्माण हुआ है, वहां पर 1 रुपए 60 पैसे की देर से टोल वसूला जाएगा. इस तरह सराय काले खां से मेरठ की दूरी 72 किमी है, औसतन इस दूरी के लिए वाहन चालक को 140 के आसपास चुकाने होंगे. वहीं, यूपी गेट तक 20 रुपये और लालकुआं तक 50 रुपये के करीब वाहन चालको को टोल चुकाना होगा.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) पर चिपियाना (अलीगढ़ रेल लाइन) में छह लेन का रेलवे ओवरब्रिज (ROB) तैयार न होने की वजह से अभी तक इसमें वाहन चालकों से टोल नहीं वसूला जा रहा था, लेकिन अब आरओबी तैयार हो चुका है. इस वजह से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने परिवहन मंत्रालय (Ministry of Road Transport) से टोल वसूली की मंजूरी मांगी थी. सड़क परिवहन मंत्रालय स्वीकृति दे दी है. अब सराय काले खां से मेरठ के बीच टोल वसूलना शुरू कर दिया जाएगा. मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार साफ्टवेयर को अपडेट करने में कुछ समय लग सकता है. इसलिए 15 दिसंबर के आसपास टोल वसूलना शुरू हो जाएगा.
बगैर टोल प्लाजा के टोल वसूलने वाला पहला एक्सप्रेसवे
डीएमई देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा, जिस पर दूरी के हिसाब से टोल वसूली होगी. चलते वाहन से फास्टैग के जरिये टोल वसूलने वाला भी पहला एक्सप्रेसवे होगा. इसके लिए पूरे एक्सप्रेसवे पर 130 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरे लगाए गए हैं, जिनका बीते तीन महीनों से ट्रायल चल रहा है. इसके लिए सभी फास्टैग कंपनियों के साथ भी करार हो चुका है.
सिर्फ DME पर टोल
डासना से सराय काले खां के बीच 14 लेन की एक्सप्रसेवे बनाया गया है, जिसमें बीच की छह लेन एक्सप्रेसवे, उसके बाद दोनों तरफ की दो-दो लेन नेशनल हाईवे और एनएच के बराबर में दो-दो लेन की सर्विस रोड दोनों तरफ बनाई गई हैं. सिर्फ एक्सप्रेसवे की लेन में चलने पर ही टोल वसूला जाएगा.
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Tags: National Highways Authority of India, Road and Transport Ministry, Toll plaza, Toll Tax New Rate
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