राष्ट्रीय

दिल्‍ली में ऑनलाइन चल रहीं आंगनबाड़ी केंद्रों में कक्षाएं, ऐसे हो रही बच्‍चों की पढ़ाई

[ad_1]

नई दिल्‍ली. कोरोना के बाद से सिर्फ बड़े स्‍कूल ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे बच्‍चों की वृद्धि और विकास के लिए खोले जाने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. निजी और सरकारी स्‍कूलों की तरह ही 3 से 6 साल के बच्‍चों को पोषणयुक्‍त आहार के साथ ही नियमित टीकाकरण, स्‍वास्‍थ्‍य जांच और शिक्षा देने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में भी अब ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं. इससे न केवल बच्‍चों को स्‍कूल पूर्व अच्‍छी शिक्षा मिल रही है बल्कि कोविड से पहले की तरह ही घर बैठे आहार भी मिल रहा है.

दिल्‍ली स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में सुपरवाइजर परमजीत बताती हैं कि पिछले साल कोरोना के बाद हुए लॉकडाउन में आंगनबाड़ी केंद्रों की सुविधाएं पहुंचाने में काफी दिक्‍कतें महसूस हो रही थीं. जिसे देखते हुए फोन पर ही बच्‍चों को सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके लिए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने इलाकों में एक व्‍हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं. इन ग्रुपों में उन सभी महिलाओं को जोड़ा गया है जिनके बच्‍चे आंगनबाड़ी केंद्रों में रजिस्‍टर्ड हैं और जिनकी उम्र 3 से 6 साल के बीच है.

परमजीत बताती हैं कि इन ग्रुपों में रोजाना गतिविधियां डाली जाती हैं. घर आंगन में और खेल-खेल में नाम की इन गतिविधियों में बच्‍चों को पढ़ाने के साथ ही खिलाया भी जाता है. इसके लिए दो अलग-अलग श्रेणियां बनाई गई हैं. एक साधारण फोन के लिए, जबकि दूसरी स्‍मार्टफोन के लिए होती है. इनमें बच्‍चों को अक्षर ज्ञान से लेकर खेल खिलाए जाते हैं. पजल से लेकर कहानी सुनाने और कहानियां बनाने तक की बातें बच्‍चों को सिखाई जाती हैं. हालांकि ये सभी चीजें मांओं को अपने निर्देशन में करनी होती हैं ताकि बच्‍चे शिक्षा ग्रहण कर सकें.

वे कहती हैं कि रोजाना ऑनलाइन गतिविधियों की नई-नई जानकारी और टास्‍क देने के साथ ही महीने में एक बार आंगनबाड़ी केंद्रों में मांओं को बुलाया जाता है और उनके साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बैठक करती हैं. इस दौरान उन्‍हें अगर कोई परेशानी आती है तो उसका हल करने के साथ ही बच्‍चों के संपूर्ण विकास को लेकर भी बातचीत की जाती हैं. वहीं जिन बच्‍चों को आंगनबाड़ी से खाना मिलता है उन्‍हें तय समय पर भोजन भी दिया जाता है. परमजीत कहती हैं कि अगर किसी कारणवश बच्‍चे को ये सुविधा नहीं मिल पा रही है तो उसकी मां इसकी शिकायत आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर कर सकती है और अपना मोबाइल नंबर रजिस्‍टर करा सकती है.

Tags: Anganwadi Center, Anganwadi workers, Delhi news, Online Study



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fapjunk