क्या भारत में पहले से मौजूद है ‘ओमिक्रॉन’? CCMB प्रमुख बोले- केवल एयरपोर्ट से नहीं आ रहा यह वेरिएंट
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(हिमानी चांदना)
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ (Omicron) का एक मामला भारत में भी मिल चुका है. खास बात यह है कि ओमिक्रॉन का शिकार हुए कर्नाटक के रहने वाले इस मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी. अब जानकार कह रहे हैं कि यह मामला इस बात की पुष्टि करता है कि ‘ज्यादा म्यूटेशन’ वाला वायरस केवल एयरपोर्ट्स से ही नहीं आ रहा है, बल्कि पहले से ही यहां है. साथ ही देश के कई बड़े शहरों में इसकी मौजूदगी की संभावना जताई जा रही है.
हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी (CCMB) के निदेशक डॉक्टर राकेश मिश्रा ने न्यूज18 से कहा, ‘निश्चित रूप से इसका मतलब है कि सभी मामले एयरपोर्ट्स से नहीं आ रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इसका मतलब है कि यह पहले ही यहां है. हमें यह समझना होगा कि जो हम जानते हैं यह बस उतना ही नहीं है. अब तक भारत के ज्यादातर बड़े शहरों में इसके होने की संभावना है.’ CCMB भारत सरकार की तरफ से स्थापित काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) के तत्वावधान में काम करती है.
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसका अच्छा पहलू यह है कि हो सकता है यह वेरिएंट बहुत कम लक्षण दिखा रहा हो, ऐसे में इसके संभावित रूप से फैलने के बाद भी इसका कोई बड़ा प्रभाव नहीं है. डॉक्टर मिश्रा ने कहा, ‘इसमें ज्यादा निगरानी और जीनोम सीक्वेंसिंग की जरूरत है. साथ ही हमें इसे सकारात्मक रूप से भी लेना होगा कि देश में मौजूदगी के बाद भी इसने अस्पताल में भर्ती होने या मृत्यु दर में इजाफा नहीं किया है.’
डॉक्टर मिश्रा लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यह वेरिएंट भारतीयों के लिए चेतावनी हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘आने वाले दो हफ्तों में इस शायद इस बात को औऱ मजबूती से कह सकूंगा. अगर यह वेरिएंट हल्का है, तो यह रूप बदलकर आए वरदान की तरह हो सकता है. यह हमें कोविड उपयुक्त व्यवहार के बारे में दोबारा सिखाने आया है, जिसे भारतीयों ने कम होते मामले या टीकाकरण के कारण छोड़ दिया है.’ उन्होंने कहा कि मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और हाथों की सफाई करना बहुत जरूरी है.
डॉक्टर मिश्रा का यह भी मानना है कि भारत आक्रामक टीकाकरण अभियान के चलते ‘मजबूत’ स्थिति में है. उन्होंने कहा, ‘हमें बड़े जीनोम सीक्वेंसिंग अभियान की जरूरत है. ज्यादा मामलों का पता लगाने के लिए बड़ी संख्या में सैंपल को सीक्वेंस करना जरूरी है.’ उन्होंने कहा कि वैक्सीन हैलमेट की तरह होती हैं. उन्होंने कहा, ‘दोनों हमें अस्पताल में भर्ती होने और मौत से बचाते हैं.’
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डॉक्टर मिश्रा के अनुसार, ओमिक्रॉन के खिलाफ जंग में भारत ‘मजबूत स्थिति’ में है. उन्होंने कहा, ‘हमारा सीरो-पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है और आधे देश का पूरा टीकाकरण हो चुका है. जबकि, करीब 80 फीसदी वयस्क आबादी को वैक्सीन का पहला डोज मिल गया है. प्राकृतिक कोविड-19 संक्रमण का सामना कर चुकी आबादी भी ज्यादा है. इसलिए ओमिक्रॉन से लड़ने के हमारे पास बेहतर मौके हैं.’
उन्होंने कहा कि वैक्सीन लेने के खिलाफ कोई भी बहस नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘वैक्सीन लेना हमारी संस्कृति का हिस्सा होना चाहिए. अगर कोई वैक्सीन नहीं ले रहा है, तो व्यक्ति को वायरस के समर्थक के तौर पर देखना चाहिए.’ उन्होंने कहा कि अगर भारत बदलती स्थिति की बारीकी से निगरानी करता है और लोग कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन कर और पूरा टीकाकरण में सरकार का समर्थन करते हैं, तो ओमिक्रॉन से आसानी से लड़ा जा सकता है.
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Tags: CCMB-CSIR, Coronavirus, COVID 19, Omicron
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