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Science News today: 20 साल से धरती के चक्कर लगा रहा अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन, अब होगा रिटायर! NASA ने उठाया ये कदम

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नई दिल्ली. 20 सालों से धरती के चक्कर लगा रहा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station News) जल्दी ही रिटायर होने वाला है. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA News) पहले ही इस बात का इशारा कर चुका है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने निजी स्पेस स्टेशन (Space Station News) विकसित करने के लिए तीन कंपनियों के साथ करार की घोषणा की है. इसे अंतरिक्ष के व्यवसायीकरण के तौर पर देखा जा रहा है. इन तीन कंपनियों में जेफ बेज़ोस (Jeff Bezos) की ब्लू ओरिजिन (Blue Origin), नैनोरैक्स और नादर्न ग्रूममैन शामिल है. जिनके साथ क्रमश: 130 मिलियन डॉलर, 160 मिलियन डॉलर और 125.6 मिलियन डॉलर का करार होगा.

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन 2024 तक रहेगा और नासा ने इस बात पर भी सहमति जतायी है कि 2028 तक यह तकनीकी तौर पर संचालित किया जा सकता है. निजी स्टेशन आगे चलकर इसकी जगह ले लेंगे. इसके पीछे का उद्देश्य आईएसएस (Internation Space Station News) पर वर्तमान अंतरराष्ट्रीय सहयोग को खासकर रूस के साथ खत्म करना है. नासा के प्रशासक बिल नेल्सन का कहना है कि निजी उद्योगों के साथ कार्गो पहुंचाने को लेकर सफल शुरुआत के बाद नासा एक बार फिर व्यवसायिक स्पेस गतिविधि (Space news) को बढ़ावा देने की राह पर अग्रसर है. फिलहाल निजी कंपनियां धरती की निचली कक्षा तक आवागमन प्रदान कर रही हैं. अब अमेरिकी कंपनियों के साथ मिलकर स्पेस में ऐसी जगह विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है, जहां लोग घूम सकें, काम कर सकें.

निजी स्पेस स्टेशन और आगे का प्लान?
ब्लू ओरिजिन सियेरा स्पेस (Space news) के साथ जो स्पेस स्टेशन विकसित कर रही है, उसका नाम ओरबिटल रीफ है. यह दस लोगों को रखने में सक्षम होगा और इसका इस्तेमाल विभिन्न अभिनेता, पर्यटक, कंपनियां और सार्वजनिक इकाइयां इस्तेमाल कर सकेंगी. वहीं दूसरी कंपनी नैनौरैक्स, लॉकहीड मार्टिन और वॉयजर स्पेस के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन तैयार करेगी, जिसको स्टारलैब नाम दिया गया है. इसके 2027 तक धरती के कक्ष में स्थापित होने की उम्मीद है. इसमें 4 एस्ट्रोनॉट्स को रखने की क्षमता होगी. साथ ही इसकी ताकत और सामग्री ढोने की क्षमता आईएसएस के बराबर होगी.

नए निजी स्पेस स्टेशन बनाने का मकसद
नासा (Nasa News) ने हाल ही में जिस तीसरी कंपनी का चयन किया है, वह है नॉर्थकॉर्प ग्रूममैन. इस कंपनी ने अभी तक स्पेस (Space news) स्टेशन को नाम नहीं दिया है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इनकी योजना विज्ञान या पर्यटन के क्षेत्र में काम करने की है. खास बात यह है कि यह स्टेशन मॉड्यूलर होंगे और इसमें नए एलीमेंट जोड़ना संभव हो सकेगा.

रिपोर्ट बताती हैं कि दरअसल नासा के निजी कंपनियों के साथ हाथ मिलाने का मकसद स्टेशन बनाने की कीमत अदा किए बगैर उसे किराए पर लेने के लिए सक्षम बनाना है. क्योंकि अमेरिकी स्पेस एजेंसी का ऐसा अनुमान है कि उसे दो एस्ट्रोनॉट को लगातार स्पेस में भेजते रहने और हर साल करीब 200 प्रयोग करने में सक्षम होने की जरूरत पड़ेगी.

Tags: Nasa, Science news, Science News Today



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