उत्तराखंड। भाजपा को सता रहा बागियों का खतरा
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उत्तराखंड। विधानसभा चुनाव के चलते नामांकन के अंतिम दिन भाजपा को बागियों से खतरा बना हुआ है उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन वापसी के आखिरी दिन भाजपा केवल छह बागियों को ही मनाने में कामयाब रही। प्रदेश की 12 विधानसभा सीटों पर उसे अब भी बगावत का खतरा बना हुआ है। इन सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ उतरे बागी चुनाव मैदान से हटने को तैयार नहीं हुए।
डोईवाला सीट पर पार्टी बगावत कर निर्दलीय पर्चा भरने वाले सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार और वीरेंद्र रावत को मनाने में कामयाब रही। राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी और पूर्व सीएम डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक की बागियों को मनाने में अहम भूमिका मानी जा रही है। घनसाली सीट पर भाजपा ने बागी सोहन लाल खंडेलवाल को मना लिया। पिरानकलियर सीट पर बागी जय भगवान ने भी पर्चा वापस ले लिया।
कालाढूंगी में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ बगावत को निर्दलीय मैदान में उतरे गजराज बिष्ट को भी भाजपा ने मना लिया। लेकिन भाजपा अब भी एक दर्जन विधानसभा सीटों पर बगावत का सामना करेगी। इन सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतरे बागियों ने नामांकन वापस लेने से साफ इनकार कर दिया है। उनके मना करने से पार्टी की पेशानी पर बल हैं।
भाजपा के इन बागियों ने पर्चा वापस नहीं लिया
विधानसभा सीट – बागी
डोईवाला – जितेंद्र नेगी
धनोल्टी – महावीर सिंह रांगड़
देहरादून कैंट – दिनेश रावत
धर्मपुर – वीर सिंह पंवार
कर्णप्रयाग – टीका प्रसाद मैखुरी
कोटद्वार – धीरेंद्र सिंह चौहान
भीमताल – मनोज शाह
घनसाली – दर्शन लाल आर्य
यमुनोत्री – मनोज कोली
रुद्रपुर – राजकुमार ठुकराल
चकराता – कमलेश भट्ट
किच्छा – अजय तिवारी
नामांकन वापसी की तिथि खत्म होने के बावजूद पार्टी बागी उम्मीदवारों से बातचीत जारी रखेगी। पार्टी की पूरी कोशिश होगी वे सभी मान जाएं और अधिकृत प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करें। उन सभी ने पार्टी की लंबी सेवा की है, उनके खिलाफ कार्रवाई सबसे आखिरी विकल्प है।
– मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
कांग्रेस : दो सीटों पर राहत, छह पर आफत
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय मैदान में उतरे कांग्रेस के दो बागियों ने नामांकन वापस ले लिया है। छह विधानसभा सीटों पर पार्टी की राह आसान नहीं हो पाई है। इन सीटों पर बागियों ने नामांकन वापस नहीं लिया। ऋषिकेश विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण के मैदान से हटने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली। जबकि सहसपुर से तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है, लेकिन चार सीटों पर कांग्रेस के बागी अब भी उसकी मुश्किलें बढ़ाए हुए हैं।
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