Uttarakhand Chunav: रुड़की में मेयर और पार्षदों का झगड़ा बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव में बन सकता है मुसीबत
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रुड़की. उत्तराखंड में रुड़की नगर निगम बोर्ड (Roorkee Assembly Seat) बने हुए दो साल से अधिक का समय हो चुका है, जिसमें 40 वार्ड शामिल हैं, लेकिन पहली बोर्ड बैठक से लेकर आजतक मेयर और पार्षदों में तालमेल नहीं बन पाया है. यहां मेयर और पार्षद एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और मारपीट के आरोप लगा रहे हैं.
आपको बता दें कि निकाय चुनाव 2019 में गौरव गोयल रुड़की नगर निगम के दूसरे निर्दलीय मेयर बने थे, लेकिन उसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए. इसके साथ ही अब नगर निगम बोर्ड में मेयर सहित 90 प्रतिशत पार्षद बीजेपी से तालुकात रखते हैं, लेकिन आजतक पार्षदों और मेयर के बीच तालमेल नहीं बन पाया है. कई बार दोनों पक्षों में विवाद खुलकर सामने आ चुका है, लेकिन बीजेपी इस मामले को नहीं सुलझा पा रही है.
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वहीं पार्षदों का कहना है कि मेयर के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच बैठ चुकी है. शहर की जनता को सब पता है, फिर भी इसमें कोई कार्यवाही नहीं हो रही. वहीं पार्षदों ने एक बैठक कर मेयर के खिलाफ आगे की रणनीति तैयार की है.
उधर गौरव गोयल ने आरोप लगाया कि कि कुछ पार्षद और निगम के अधिकारी उनकी हत्या करवा सकते हैं. इन सभी बातों से साफ जाहिर होता है कि मेयर और पार्षदों के बीच तालमेल की भारी कमी है, जिससे शहर के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं और विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2021)में इसका असर देखने मिल सकता है.
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इन दिनों बीजेपी के मेयर और पार्षदों के बीच झगड़े का मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. अगर ऐसा चलता रहा है 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
आपके शहर से (हरिद्वार)
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