क्या देश में 25 लाख शादियां बन जाएंगी मुसीबत, जानें, एक्सपर्ट्स का ALERT- कहीं आ न जाए तीसरी लहर
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नई दिल्ली. ओमिक्रॉन (Omicron) जैसा खतरनाक संक्रमण फैलाने वाला वेरिएंट जब भारत के लिए चुनौती बना हुआ है, ऐसे समय में होने वाली शादियां और उनमें कोविड प्रोटोकॉल (Covid protocal) का पालन नहीं होना बड़ा खतरा है. एक्सपर्ट्स ने कहा है कि पूरे देश में शादियों का माहौल है. 6 , 7 , 8 , 9 , 11 , 12 एवं 13 दिसंबर को कई शादियां हो रही हैं. फिर 14 जनवरी से शादियों के कई मुहूर्त हैं, इस सीजन में केवल दिल्ली एनसीआर में 1.5 लाख से अधिक शादी होने का अनुमान है. हैरानी की बात है कि सभी शादियों में कोविड मानकों का पालन नहीं दिख रहा है. लोग बिना मास्क लगाए बेरोकटोक घूम रहे हैं. पुलिस और प्रशासन ने भी नरमी बरतना शुरू कर दिया है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कहा है कि लोग बिना मास्क लगाए बेरोकटोक घूम रहे हैं. गेस्ट हाउस या वैवाहिक आयोजनों के अन्य स्थानों पर किसी तरह की पाबंदी दिखाई नहीं देती. ऐसा करना बड़े खतरे को बुलाने जैसा है. ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले मिल जाने के बाद तो सावधानियां और बढ़ जानी थीं, लेकिन पूरे भारत में शादियों में शामिल होने वाले किसी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजेशन और हैंड वॉश कहीं देखने को नहीं मिल रहा है. छोटे और मध्यम शहरों में तो हालात और भी खराब हैं.
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शादी में कोरोना गाइडलाइसं की धज्जियां
एम्स के पूर्व निदेशक एमसी मिश्रा ने कहा कि कारोबार और शुभ मंगल कार्य के हिसाब से तो ठीक है. एनसीआर में ही करीब 50 हजार करोड़ के कारोबार का अनुमान बताया गया है. लेकिन शादियों में जिस तरह से प्रोटोकॉल का मजाक बनाया जा रहा है. कोरोना गाइडलाइसं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वो ठीक नहीं है. लोगों को समझना होगा कि हम तीसरी लहर के खतरे के कितने पास हैं, कहीं शादियों में लापरवाही कर रही भीड़ तीसरी लहर का कारण न बन जाए. उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है. कोरोना के मामले कम होने का यह मतलब नहीं है कि खतरा टल गया है. लोगों को सतर्क और सावधान रहना होगा.
नहीं भूलना चाहिए कि महामारी के समय क्या हालात थे
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया का कहना है कि देश भर में करीब 25 लाख शादियां और दिल्ली में लगभग 1.5 लाख शादियों के होने का अनुमान है. इसमें 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हो सकता है. कैट राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हमें नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना महामारी के समय क्या हालात थे और हमने किन परिस्थितियों को झेला है. हमें किसी भी तरह की लापरवाही से बचना चाहिए.
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Tags: Corona third wave, Covid protocal, Marriage ceremony, Omicron
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