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मानसून सत्र से पहले आज सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक में पीएम की न मौजूदगी पर कांग्रेस ने उठाया सवाल

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दिल्ली।  संसद के कल से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले आज सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में भाजपा के नेता पीयूष गोयल और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने किया। बैठक में पक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेता मौजूद रहे। हालांकि, पीएम मोदी ने इस बैठक में भाग नहीं लिया।

बैठक में विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी , जयराम रमेश, द्रमुक के टीआर बालू और तिरुचि शिवा, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय और एनसीपी के शरद पवार सहित लगभग सभी दलों के नेता मौजूद थे। इसके अलावा बैठक में बीजद के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी और मिधुन रेड्डी, टीआरएस के केशव राव और नामा नागेश्वर राव, राजद के एडी सिंह और शिवसेना के संजय राउत भी मौजूद थे।

केंद्र सरकार की ओर से आज बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी विपक्षी दलों ने महंगाई, ‘असंसदीय शब्द’ विवाद और अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने की मांग के मुद्दे उठाए। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। बता दें कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त को समाप्त होगा।

हालांकि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक से अनुपस्थिति पर सवाल उठाया।  संसद के आगामी सत्र पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक अभी शुरू हुई है और प्रधान मंत्री हमेशा की तरह अनुपस्थित हैं। क्या यह ‘असंसदीय’ नहीं है? कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई और हमने कम से कम 13 मुद्दे सरकार के सामने रखे हैं। करीब 20 मुद्दे वहां पर आए हैं। कहा जा रहा है कि 32 बिल हैं जिसमें से सिर्फ 14 बिल तैयार हैं, लेकिन 14 बिल कौन से हैं ये उन्होंने नहीं बताया। 
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने 45 राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया, जिनमें से 36 ने आज सर्वदलीय बैठक में भाग लिया। 36 नेताओं ने अपने विचार रखे, सुझाव दिए और कुछ मुद्दों पर सरकार से चर्चा करने की मांग की। संसद में किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार तैयार है। 

पीएम मोदी के सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्ष बिना बात के मुद्दे बनाने की कोशिश कर रहा है क्योंकि उसके पास सरकार के खिलाफ कुछ नहीं है। जब आप सत्ता में थे तब आपके प्रधानमंत्री भी सर्वदलीय बैठक में नहीं आते थे।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने असंसदीय शब्दों पर हुए विवाद पर जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार मंगलवार को श्रीलंका की स्थिति पर सर्वदलीय बैठक करेगी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और एस. जयशंकर इसकी अध्यक्षता करेंगे। विपक्ष संसद की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। 



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