उत्तराखंड

आपदा के बाद लौटी नैनीताल में रौनक, प्रकृति का लुत्फ उठाने पहुंचने लगी सैलानियों की भीड़

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नैनीताल. नैनीताल (nainital) की आपदा का असर सीधे तौर पर पर्यटन कारोबार (tourism business) पर पड़ा जरुर था, लेकिन अब धीरे-धीरे हिल स्टेशनों (hill station) पर रौनक लौटने लगी है. डर को पीछे छोड़ सैलानी पहाड़ पहुंच रहे हैं तो पर्यटन को बेहतर करने के लिये नए इवेंट तैयार किये जा रहे हैं.

नैनीताल की सड़कों पर खामोशी टूट रही है तो झील में रौनक लौटने लगी है. आपदा की मार झेल रहे पर्यटन कारोबार से वीरानी छटने लगी है. देश के कई हिस्सों से पर्यटक नैनीताल पहुंचे हैं. गुलाबी ठंड के बीच खूबसूरती से लबरेज आबोहवा में झील की सैर कर रहे हैं तो पर्यटन स्थलों और बाजारों में लौटी चहल पहल भी पर्यटन कारोबार के लिये बेहतर संकेत दे रही है. हांलाकि पर्यटक और कारोबारी दोनों तेजी से उभर रहे कारोबार से खुश हैं.

नैनीताल पहुंची उड़ीसा की पर्यटक लीजा कहती हैं कि वो 4 दिन से नैनीताल में हैं, लेकिन जैसा सुना था आपदा के बारे में उससे अलग माहौल अब यहां है. इसे जल्दी से रिकवर किया गया है जिसकी तारीफ किया जाना चाहिए. वहीं नाव चालक संघ के सचिव नरेंद्र चौहान कहते हैं कि 17-18 अक्टूबर के बाद तो लग ही नहीं रह था कि टूरिज्म शुरू हो सकेगा, लेकिन अब पर्यटक आने लगे हैं तो कारोबार बढ़ेगा जिसका फायदा सभी को मिलेगा. उम्मीद करते हैं कि ऐसे ही काम आगे बढ़े और कोई विपदा ना आए.

सरकार भी प्रयास में जुटी

दरअसल, नैनीताल में 18 अक्टूबर की आपदा के बाद सड़कें टूट गईं तो नैनीताल रामनगर पंगूट मुक्तेश्वर भीमताल रामगढ समेत अन्य स्थानों पर कारोबार खत्म हो गया. हांलाकि अब कारोबार पटरी पर लौट रहा है. जिला प्रशासन भी आने वाले दिनों में पर्यटकों को मैराथन, नाव रेस, हिमालयन फूड फेस्टिवल के साथ शरदोत्सव जैसे आयोजन कर यहां आने के लिये तैयार कर रहा है.

नैनीताल डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि सड़कों को खोलने के साथ कई इवेंट भी कर रहे हैं, ताकि पर्यटन को पटरी पर लौटा सकें, डीएम नैनीताल ने कहा कि अब जो समय है वो घूमने के लिए बेस्ट सीजन है. सुविधा भी यहां हम लोगों को दे रहे हैं.

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