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केंद्र सरकार ने मौजूदा वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली की बढ़ाई क्षमता

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नयी दिल्ली. केंद्र सरकार (central government) ने मौजूदा वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (एक्यूईडब्ल्यूएस) की क्षमता बढ़ाते हुए मंगलवार को इसमें दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के (air quality management)  लिए निर्णय लेने की क्षमता को शामिल किया. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले स्वायत्त संस्थान भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान ने एक नयी निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) विकसित की है और मौजूदा वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली की क्षमता बढ़ाकर इसमें दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के प्रबंधन के लिए निर्णय लेने की क्षमता को शामिल किया है.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिल्ली और आसपास के 19 जिलों से राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में उत्सर्जन के योगदान के बारे में जानकारी देने के लिए एक अलग वेबसाइट बनाई गयी है. वहीं, देश की राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण ने दिल्‍ली सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. इस महीने के महज दस दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर संतोषजनक से बढ़कर सामान्य स्थिति में पहुंच गया है. साफ है कि रोजाना वायु गुणवत्ता का स्तर खराब हो रहा है. ऐसे में अगले दो-तीन दिनों में इसके ‘खराब’ श्रेणी में आने की संभावना है. वहीं, आज यानी सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में है.

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वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देश की राजधानी में सोमवार को सुबह सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 रहा, जो कि सामान्‍य है. हालांकि यह अगले कुछ दिन में ‘खराब’ श्रेणी पहुंच सकता है. टाइम्‍स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (CEEW) कार्यक्रम की सहयोगी एलएस कुरिंजी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में दिल्‍ली की हवा में मौजूद पीएम 2.5 का स्‍तर बढ़ रहा है. इसकी वजह परिवहन, उद्योगों और बिजली संयंत्रों से उत्सर्जन का बढ़ना है.

बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, तो 201 और 300 के बीच ‘खराब’ माना जाता है. वहीं, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है. देखा जाए तो इस वक्‍त दिल्‍ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 है, जो कि ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है.

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