Char Dham Yatra : केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की डोलियां रवाना, बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
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नितिन सेमवाल और सुधीर भट्ट
जोशीमठ/पौड़ी गढ़वाल. उत्तराखंड में चार धाम यात्रा सर्दियों के मौसम के चलते इस साल के लिए संपन्न की जा रही है. केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद चुके हैं, लेकिन अभी भी बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने में 14 दिन का समय शेष है. शनिवार को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. जहां दीवाली के अवसर पर बद्रीनाथ धाम पहले ही यात्रियों से गुलजार दिखाई दे रहा था, वही तीन धामों के कपाट बंद होने के बाद एक बार फिर बद्रीनाथ की तरफ तीर्थयात्री आकर्षित होते दिखाई दिए. न केवल श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें देखने को मिलीं, बल्कि ठंड के बावजूद श्रद्धालु स्नान करते भी नज़र आए.
केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट शनिवार को पारंपरिक अनुष्ठानों के बाद बंद कर दिए गए. यहां सर्दियों के मौसम में बर्फबारी होने के कारण हर साल के लिए यात्रा को संपन्न कर दिया जाता है. पूर्व घोषणा के मुताबिक शनिवार को सुबह 8 बजे केदारनाथ और दोपहर 12.15 बजे यमुनोत्री के कपाट बंद किए गए. चार धाम देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि इस साल इन दोनों ही धामों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. इससे पहले शुक्रवार को गंगोत्री के कपाट बंद किए गए थे. हालांकि तीनों धामों की यात्रा इस वर्ष शीतकाल के लिए बंद हो चुकी है लेकिन बद्रीनाथ धाम की यात्रा 20 नवंबर तक निरंतर जारी रहेगी.
उखीमठ और खरसाली पहुंचेंगी डोलियां
बाबा केदार और यमुना मां के धामों के कपाट बंद किए जाने के बाद अब दोनों ही धामों से भगवान की डोलियां उठेंगी और शीतकालीन प्रवास के लिए ले जाई जाएंगी. बाबा केदार की डोली उखीमठ और यमुना की डोली खरसाली पहुंचेगी. ये डोलियां यात्रा के तहत ले जाई जाती हैं और बीच में कुछ पड़ावों पर इन्हें दर्शनों के लिए रोका जाता है. इसी तरह, गंगा मां की डोली मुखबा गांव ले जाई जाएगी.

बद्रीनाथ यात्रा संपन्न होने में अभी करीब दो हफ्ते शेष हैं.
कितने यात्री पहुंचे चार धाम?
इस साल केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 4.5 लाख का आंकड़ा पार कर गई. इस साल कोविड के हालात के चलते हाई कोर्ट के आदेश के कारण यह यात्रा काफी देर से सितंबर में शुरू हो सकी थी. देवस्थानम बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज़्यादा श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे जबकि बद्रीनाथ यात्रा अभी जारी है इसलिए यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का कुल आंकड़ा 20 नवंबर के बाद ही सामने आएगा.
पौड़ी में महादेव मेले में श्रद्धालुओं में चढ़ाए निशान
पौड़ी जनपद के कोट ब्लॉक स्थित देहलचौरी में दीवाली के बाद पौराणिक मंजूघोषेश्वर महादेव मंदिर में हर वर्ष लगने वाले दो दिवसीय कांडा मेले में बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचे. यह प्राचीन मेला पूरे गढ़वाल में पशुबलि के लिए प्रसिद्ध रहा है. मंदिर में लगने वाले मेले में भक्त भक्तिमय देव धुनों पर थिरकते हुए देवी पर ध्वजारूपी निशान चढ़ाकर लौट जाते हैं. इस दौरान जब सारे गांवों के ग्रामीण निशानों को लेकर झूमते गाते मंदिर में पहुंचते हैं, तो माहौल भक्तिमय हो जाता है.
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