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नोबेल पुरस्कार के लिए नामित हुआ था हिटलर! जानिए इस अवार्ड के बारे में अहम बातें

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10 Facts About Nobel Prize Awards: बीते कुछ दिनों से प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों (Nobel Prizes) की घोषणा की जा रही है. इस साल के लिए अब तक चिकित्सा, रसायन शास्त्र और भौतिकी सहित अधिकतर पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है. आज शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी. ऐसे में हम आज आपको इन पुरस्कारों से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां देते हैं.

शांति का नोबेल पुरस्कार
आपको यह पता होगा कि नोबेल पुरस्कारों की घोषणा रॉयल स्वेडिश एकेडमी ऑफ साइंस (Royal Swedish Academy Of Science) करती है, लेकिन शांति का नोबेल पुरस्कार एक मात्रा ऐसा पुरस्कार है जिसकी घोषणा यह एकेडमी नहीं करती. शांति के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा नार्वे की संसद द्वारा चुनी गई एक समिति करती है.

भारत के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गांधी को नोबेल पुरस्कारों के लिए चार बार नामित किया गया था, लेकिन उन्हें कभी भी नोबेल पुरस्कार नहीं मिला. महात्मा गांधी को वर्ष 1937, 1938, 1939 और 1947 में नामित किया गया था.

वर्ष 1968 में स्वीडेन के सेंट्रल बैंक ने अल्फ्रेड नोबेल की याद में The Sveriges Riksbank Prize की स्थापना की. इसी के तहत अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया जाता है. अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार वर्ष 1969 से दिया जाता है.

सबसे बुजुर्ग को मिला नोबेल
वर्ष 1922 में जन्में जॉन बी गुडएनफ (John B. Goodenough) नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्ति हैं. गुडएनफ इस समय 99 वर्ष हैं. नोबेल से सम्मानित होने वालों में वह सबसे बुजुर्ग हैं. उन्हें 2019 में रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला था.

पाकिस्तान की मलाला युसुफजई नोबेल पुरस्कार हासिल करने वाली सबसे युवा व्यक्ति हैं. मलाला को केवल 17 साल की उम्र में शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

वर्ष 2011 में कनाडा के राल्फ स्टेनमैन को रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया. उन्हें यह पुरस्कार मरणोपरांत मिला. दरअसल, पुरस्कार की घोषणा से केवल तीन पहले उनका निधन हो गया था, लेकिन कमेटी को नहीं पता था कि वह नहीं रहे. इसके बावजूद पुरस्कार की घोषणा हुई और उनके परिवार को पुरस्कार की राशि दी गई.

जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर को वर्ष 1939 में स्वीडेन के एक सांसद ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया था. हिटलर को दूसरे विश्व युद्ध का खलनायक माना जाता है. उसने 60 लाख से अधिक यहूदियों की हत्या करवाई थी. द्वितीय विश्वयुद्ध में एक करोड़ से अधिक लोग मारे गए थे.

अब तक के इतिहास में 49 बार नोबेल पुरस्कारों की घोषणा नहीं की गई है. इसमें अधिकतर समय प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त के हैं.

अब तक 57 बार महिलाओं को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

अब तक के इतिहास में दो लोगों ने नोबेल पुरस्कार स्वीकार करने से इनकार किया है, जबकि चार लोगों को यह पुरस्कार लेने से रोक दिया गया.

तीन लोगों जर्मन पत्रकार कार्ल वोन ओसित्जकी, म्यांमार की राजनेता आंग सान सू की और चीन के मानवाधिकार कार्यकर्ता लियू शियाबो को कैदखाने में रहते हुए नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा हुई.

वर्ष 1901 से नोबेल पुरस्कारों की हो रही घोषणा
महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल ने नाम पर ये पुरस्कार दिए जाते हैं. उन्होंने वसीयतनामे में अपनी पूरी संपत्ति इस अवार्ड के लिए दान देने की बात कही थी. उसी संपत्ति से हर साल भौतिकी, रसायन शास्त्र, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं.

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