Omicron पर भारत ‘ALERT’, केंद्र ने राज्यों को दिए सख्त निर्देश, जानें नए वेरिएंट से जुड़ी खास बातें
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नई दिल्ली: जिस तरह से कोरोना वायरस (Coronavirus) ने शुरुआत में लोगों में दहशत बनाई थी अब कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Corona New Variant Omicron ) को लेकर लोगो में उसी प्रकार की दहशत देखने को मिल रही है. इसका एक सबसे बड़ा कारण है कि यह कोविड के दूसरे वेरिएंट से कही ज्यादा खतरनाक और तेजी से संचरण करने वाला है. कोविड के डेल्टा वेरिएंट के कोहराम को सबने देखा लेकिन अब विशेषज्ञों का ओमिक्रॉन (Omicron in India News) लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा हुआ है. डेल्टा वेरिएंट जितना 100 दिनों में फैलता था ओमिक्रॉन (Omicron Cases) उतने लोगों को सिर्फ 15 में ही शिकार बनाता है. तेजी से बढ़ते मामलों के बीच अब भारत सरकार भी इस पर सख्त हो गई है. केंद्र ने अब विदेश से आने वाल यात्रियों के नियमों में भी बदलाव कर दिया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को भारत आने वाले यात्रियों के 1 दिसंबर से लागू होने वाले नियमों में संशोधन कर दिया है. यात्रा करने से पहले यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट को अपलोड करना होगा तो वहीं इसके साथ अपनी 14 दिन की पिछली यात्राओं के बारे में विवरण देना होगा. आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट 72 घंटे पहले की ही मान्य होगी.
जोखिम देश की यात्रा करने वालों का होगा टेस्ट
सरकार ने यह भी कहा कि जो यात्री भारत आने से पहले जोखिम की श्रेणी में शामिल देशों की यात्रा करते हैं तो भारत आने पर उन्हें कोविड टेस्ट से गुजरना पड़ेगा. यदि कोई यात्री पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे ब्लड सैंपल जीनोमिक अनुक्रमण के लिए INSACOG भेजे जाएंगे.
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राज्य सरकारों ने भी किया नियमों में बदलाव
केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकारें भी अपने यात्रा नियमों में बदलाव कर रही हैं. राज्य सरकारें अंतरराष्ट्रीय आगमन के साथ साथ अंतर राज्यीय नियमों में भी संशोधन कर रही है. तेलंगाना सरकार ने रविवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए निगरानी प्रणाली को मजबूत किया है और टीमों को सतर्क कर दिया है. तमिलनाडु सरकार ने ओमीक्रोन के मद्देनजर रविवार को जिला प्रशासन को निगरानी तेज करने और फील्ड परीक्षण करने का निर्देश दिया और कहा कि यह डेल्टा स्वरूप की तुलना में काफी अधिक संक्रामक है .
इससे पहले कर्नाटक सरकार ने राज्य में दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से आने वाले यात्रियो के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया था. इसके साथ ही कर्नाटक ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु से आने वाले यात्रियों के यात्रा नियमों में परिवर्तन किए हैं.
केंद्र ने राज्यों को सख्ती बरतने के दिए निर्देश
दुनियाभर में ओमिक्रॉन के तेजी से मामले बढ़ने के बाद रविवार को केंद्र सरकार ने राज्यों को इस वायरस से लड़ने के लिए अभी से तैयारियों को तेज करने के निर्देश दिए. केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों को पर्याप्त सख्ती बरतने के लिए भी कहा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि ओमिक्रॉन के संक्रमण से निपटने के लिए सख्ती के साथ क्वारंटीन और आइसोलेशने के नियमों को लागू किया जाए और आरटी-पीसीआर की टेस्टिंग बढ़ाई जाए.
जहां मिले केस उन्हें रिस्क कंट्रीज की लिस्ट में डालें
केंद्र ने अपने निर्देश में कहा कि ओमिक्रॉन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से वेरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है लिहाजा इसको तुरंत ट्रेस करना बहुत जरूरी है. और जिन देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं उन्हें एट रिस्क कंट्रीज की लिस्ट में किया जाए शामिल.
केंद्र ने राज्यों को कहा कि जिन इंटरनेशनल फ्लाइट्स से आने वाले यात्रियों को तुरंत ट्रेस करके अपने स्तर पर डेटा एकत्र करें और पुष्टि करें कि कहीं को संक्रमण का मामला ऐसा तो नहीं हैं जिसे ट्रेस नहीं किया गया.
इन देशों को रेड लिस्ट में किया गया शामिल
आपको बता दें कि भारत सरकार ने जिन देशों को जोखिम वाले देशों की लिस्ट में शामिल कर रखा है उनमें – दक्षिण अफ्रीका, चीन, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय देश, बांग्लादेश, ब्राजील, बोत्सवाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, हांगकांग, सिंगापुर और इज़राइल शामिल हैं. बता दें कि केंद्र सरकार ने कहा कि जोखिम वाले देशों से यात्रा नहीं करने वाले 5% यात्रियों का भी रैंडम परीक्षण किया जाएगा. ‘जोखिम में’ देशों के यात्रियों के लिए परीक्षण का भुगतान यात्री को करना होगा जबकि रैडम परीक्षण का भुगतान नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा वहन की जाएगी.
इसके प्रोटीन क्षेत्र में 30 से ज्यााद परिवर्तन
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा आधिकारिक तौर पर ओमिक्रॉन नामक एक नया कोरोनावायरस संस्करण – बी.1.1.529 – कुल मिलाकर 50 म्यूटेशनों को ले जाने के लिए जाना जाता है इसके स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से ज्यादा परिवर्तन मिले हैं. भारत में एचआईवी महामारी के खिलाफ रोकथाम और नियंत्रण रणनीतियों में शामिल गंगाखेडकर के अनुसार, स्पाइक प्रोटीन में परिवर्तन से एंटीबॉडी की दक्षता काफी कम हो सकती है. उन्होंने का कि ओमिक्रॉन का स्पाइक प्रोटीन एक अलग प्रकार का है जो कि टीकों की प्रभावशीलता को काफी कम कर सकता है.
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Tags: International Travellers, Omicron, Omicron variant, Travel Protocol
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