अफगानिस्तान में अब भी फंसे भारतीय अल्पसंख्यक, विदेश मंत्रालय से फिर लगाई गुहार
[ad_1]
नई दिल्ली. अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्ज़े के करीब दो महीने बाद आज भी वहां फंसे भारतीय और अल्पसंख्यक समुदाय (Indian in Afghanistan) के सिख और हिन्दू सदस्य भारत आने की राह देख रहे हैं. खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने एक बार फिर भारत सरकार (Indian Government) से गुहार लगाई है. उन्होंने 18 अक्टूबर को एक पत्र के जरिए सुरक्षित भारत ले जाने का निवेदन किया है.
News18 के पास उस पत्र की कॉपी है, जो अफगानिस्तान में फंसे लोगों ने भारत के विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को लिखी है. पत्र में कहा गया है कि 25 अगस्त को एक आदेश के जरिए सभी मौजूदा वीज़ा अमान्य करार कर दिए गए और 12 सितंबर को भारतीय अधिकारियों के सुझाव पर दोबारा वीजा के लिए आवेदन देने के लिए कहा गया था.
पत्र लिखकर लगाई गुहार
पत्र में कहा गया है कि 12 सितंबर को 208 लोगों ने वीजा के लिए दोबारा आवेदन दिया, लेकिन अभी तक किसी भी आवेदन को प्रोसेस नहीं किया गया. साथ ही 6 ऐसे भी अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य हैं जिनके पास पासपोर्ट नहीं हैं क्योंकि अभी भी अफगानिस्तान में सरकारी कार्यालय काम नहीं कर रहे हैं.
पत्र में अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक सिख और हिंदू समुदाय के सदस्यों ने गुहार लगाई है कि उनके वीज़ा आवेदनों पर जल्द कार्रवाई कर उन्हें वीज़ा जारी किए जाएं, और अफगानिस्तान के स्थानीय हालात को देखते हुए अल्पसंख्यक समुदाय को जल्द भारत ले जाया जाए.
डर के माहौल में जी रहे हैं लोग
काबुल से असामयी मंदिर के प्रेसिडेंट राम सरन भसीन ने News18 से कहा कि अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग डर के माहौल में जी रहे हैं. कुछ दिन पहले काबुल के करते परवान गुरुद्वारे में कुछ हथियारबंद लोगों ने तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद वहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग डरे हुए हैं. हालांकि तालिबान सरकार ने उन स्थानीय अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
भसीन ने कहा कि अगर गुरुद्वारा नहीं होता तो बहुत से लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम भी नहीं होता. राम सरन भसीन ने भारत सरकार से गुहार लगाई कि उन्हें जल्द वहां से सुरक्षित भारत ले जाया जाए. उन्होंने कहा कि तालिबान के साथ साथ इस्लामिक स्टेट के आतंकियों और स्थानीय अपराधियों से भी उन्हें खतरा है.
अब तक लाए गए 550 लोग
अब तक कुल 550 लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत लाया जा चुका है, जिसमें 260 भारतीय नागरिक शामिल हैं. लेकिन अभी भी करीब 70 भारतीय नागरिक और 214 अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के नागरिक भारत आने के इंतजार में हैं.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link