राजनीति

खडगे ने पीएम मोदी के मणिपुर न जाने पर उठाए सवाल, कहा , महिलाओं, बच्चों के खिलाफ हिंसा को बनाया गया हथियार

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने बुधवार को कहा कि यह स्पष्ट है कि मणिपुर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को हथियार बनाया गया है। उन्होंने पिछले 147 दिन से हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया। राज्य सभा सांसद ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को तत्काल हटाने की भी मांग की।

खडग़े ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 147 दिन से मणिपुर के लोग पीडि़त हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के पास राज्य का दौरा करने का समय नहीं है। उन्होंने कहा, इस हिंसा में छात्रों को निशाना बनाए जाने की भयावह तस्वीरों ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर दिया है। अब यह स्पष्ट है कि इस संघर्ष में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को हथियार बनाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि खूबसूरत राज्य मणिपुर को भाजपा के कारण युद्धक्षेत्र में बदल दिया गया है।

खडग़े ने कहा, अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री मोदी भाजपा के अक्षम मुख्यमंत्री को बर्खास्त करें। आगे की किसी भी उथल-पुथल को नियंत्रित करने के लिए यह पहला कदम होगा। उनकी यह टिप्पणी मंगलवार को दो युवा छात्रों की हत्या की खबर सामने आने के बाद आई है। मणिपुर सरकार ने कहा कि उसने दो युवा छात्रों की हत्या का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया है। सुरक्षा बलों ने भी अपराधियों को पकडऩे के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि पीडि़तों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, जिनकी पहचान फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइंगंबी (17) के रूप में हुई है। दोनों जुलाई से लापता थे। दो छात्रों की हत्या के बाद पूर्वोत्तर राज्य में छात्रों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन किया। राज्य सरकार ने भी इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के महज चार दिन बाद मंगलवार से एक अक्टूबर तक पांच दिनों के लिए फिर निलंबित कर दीं।

छात्रों की हत्या की जांच में तेजी लाने के लिए निदेशक प्रवीण सूद के नेतृत्व में एक विशेष सीबीआई टीम बुधवार को एक विशेष उड़ान से इम्फाल पहुंचेगी। मणिपुर में इसी साल 3 मई को जातीय हिंसा भडक़ उठी थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जून में हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा किया था, जबकि जुलाई में विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी पूर्वोत्तर राज्य गया था। कांग्रेस ने जातीय हिंसा की निंदा करते हुये मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को तत्काल हटाने की मांग की थी, और राज्य का दौरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की थी। मणिपुर पुलिस महानिरीक्षक (संचालन) आई.के. मुइवा के अनुसार, राज्य में 3 मई को जातीय हिंसा भडक़ने के बाद से कम से कम 175 लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 1,108 घायल हुए हैं जबकि 32 लापता हैं।

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