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महिला कैडेट के स्‍वागत के लिए नया बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा NDA- पूर्व अफसर

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नई दिल्‍ली. भारतीय सेना के साथ ही नेशनल डिफेंस अकादमी भी महिला कैडेट के स्‍वागत के लिए तैयार है. इसके लिए एनडीए में कई नए संशोधन हो रहे हैं. मेजर जनरल अरविंद भाटिया (रिटायर्ड) ने News18.com को बताया कि एनडीए अलग-अलग केबिनों, अतिरिक्त वॉशरूम के निर्माण के साथ अपने बुनियादी ढांचे को संशोधित कर रहा है. इसके साथ ही 2022 के मध्य से महिला कैडेट के स्वागत के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र भी लगा रहा है.

मेजर जनरल भाटिया (रिटायर्ड) पिछले महीने इंटीग्रेटेड डिफेंस स्‍टाफ (ACIDS) के सहायक प्रमुख के रूप में हेडक्‍वार्टर से रिटायर हुए थे. सभी तीनों सैन्‍य सेवाओं के प्रशिक्षण संस्थानों के कामकाज, उनके प्रशासन, पाठ्यक्रम और अन्य नीति की देखरेख कर रहे थे.

News18.com को दिए इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा कि यह रक्षा प्रतिष्ठान को पता था कि एनडीए जल्द ही महिला कैडेटों को भर्ती करेगा. यह जानकारी तबसे थी जबसे सैनिक स्कूलों ने कुछ साल पहले लड़कियों को प्रवेश देना शुरू किया था. उन्‍होंने कहा कि एक स्वाभाविक प्रगति के रूप में सैनिक स्कूलों से ग्रैजुएशन करने वाली छात्राएं एनडीए में शामिल होना चाहती थीं. इसलिए हमने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी.

इस साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिया है कि इस साल से एनडीए में महिला कैडेट भर्ती हो सकेंगी. महिला कैडेटों के लिए एनडीए में किए जाने वाले आवश्यक बदलाव की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि शुरू में मौजूदा स्क्वाड्रन का एक हिस्से को अलग किया जाएगा. इसमें लगभग 110 कैडेट होते हैं. पहले बैच के लिए संबंधित बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि महिला प्रशिक्षकों का एक अलग सेट, स्त्री रोग विशेषज्ञों सहित डॉक्टरों और अन्य आवश्यक सहायक कर्मचारियों को भी महिला कैडेटों के लिए नियुक्त किया जाना है, जब वे अगले साल यहां शामिल होंगी.

मेजर जनरल भाटिया ने कहा कि एक अलग पैनल पहले से ही तीन सेवा मुख्यालयों की सलाह से एनडीए में महिला कैडेटों को शामिल करने के संबंध में अन्य तौर-तरीकों पर काम कर रहा है. इनमें यह आकलन करना शामिल है कि क्या होना चाहिए. उनकी शारीरिक फिटनेस और चिकित्सा मानदंड जैसे कि ऊंचाई, वजन, नजर शामिल हैं. इसके साथ ही इसमें यह भी विचार हो रहा है कि ये उन महिला ऑफिसर ट्रेनी से कितनी अलग हो सकती हैं, जो चेन्‍नई के ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में शामिल होती हैं.

मेजर जनरल भाटिया ने कहा कि आमतौर पर विचार यह होगा कि किसी भी समय संयुक्त रूप से सभी छह पदों में एनडीए में लगभग 120-150 महिला कैडेट हों. एनडीए के कम से कम 70 फीसदी अधिकारी कैडेट लड़ाकू हथियारों की श्रेणी में शामिल होते हैं. इसमें सेना में इन्फैंट्री, आर्मर्ड और आर्टिलरी शामिल हैं, जो अभी भी रक्षा बलों में महिलाओं के लिए खुले नहीं हैं.

मेजर जनरल भाटिया ने कहा कि किसी भी आधुनिक सशस्त्र बल को संयुक्त रूप से काम करना पड़ता है और यह तभी संभव है जब फोर्स एक साथ प्रशिक्षण लें. उन्होंने कहा, ‘अगर हम एक साथ प्रशिक्षण नहीं लेते हैं, तो हम एक साथ युद्ध के दौरान काम नहीं कर पाएंगे. यह जांच की जा रही है कि तीनों सेवाओं के बीच तालमेल को और कैसे बढ़ाया जाए और इसे एक सतत प्रक्रिया कैसे बनाया जाए.

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