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Omicron: ओमिक्रॉन को फिलहाल नहीं कह सकते कम खतरनाक वायरस, एक्सपर्ट ने दी चेतावनी

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(हिमानी चंदना)

नई दिल्ली. देश भर में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ( Omicron) से 33 लोग संक्रमित हो चुके हैं. कर्नाटक के जेनोमिक सर्विलेंस कमेटी के एक सदस्य डॉक्टर विशाल राव का कहना है कि हल्के लक्षण के बावजूद भी ओमिक्रॉन को नंजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उनका कहना है कि इस वेरिएंट का तेजी से म्यूटेशन हो रहा ऐसे में इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. बता दें कि कर्नाटक वो पहला राज्य है जहां सबसे पहले ओमिक्रॉन के दो मामले मिले थे.

राव ने चेतावनी देते हुए कहा कि ये निष्कर्ष निकालना फिलहाल गलत होगा कि ओमिक्रॉन खतरनाक नहीं है. उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे संख्या बढ़ती है, वायरस अधिक खतरनाक होने लगता है. फिलहाल हमारे पास इस वेरिएंट को लेकर ज्यादा डेटा नहीं हैं.’ बता दें कि कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में कोरोना के लगभग 320 मामले सामने आए है. इस दौरान दो लोगों की मौत हुई है.

इस वेरिएंट से बचना जरूरी
राव बेंगलुरु स्थित एचसीजी कैंसर अस्पताल में सेंटर ऑफ एकेडमिक रिसर्च के डीन भी हैं. उन्होंने कहा कि इस समय फ्रंट लाइन वर्कर्स की रक्षा करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा, ‘इस वक्त तीसरी या बूस्टर डोज़ लगाना तय माना जा रहा है. कई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोना से बचे रहने के लिए बूस्टर डोज़ की भी जरूरत है.’

दक्षिण अफ्रीका में लगातार बढ़ रहे हैं केस
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि आईसीयू और वेंटिलेटर की जरूरत में हर दिन करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने बताया कि दक्षिण अफ्रीका ने पिछले एक महीने में कोविड -19 मामलों में हर दिन 280 मामलों से हर दिन 16,000 मामलों में भारी उछाल देखा गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘उनके डेटा से ये भी पता चलता है कि जो लोग पहले डेल्टा से संक्रमित थे, वे भी ओमिक्रॉन से संक्रमित हो गए हैं.’

तेज़ी से बढ़ सकता है संक्रमण
राव ने कहा कि अब तक ये देखा गया है कि जिस वायरस से पहली लहर आई उसे सिस्टम (मानव शरीर में ACE2 रिसेप्टर्स) में प्रवेश करने में दो सप्ताह लग गए. जबकि डेल्टा को सिर्फ एक सप्ताह का समय लगा और अब ओमिक्रॉन को संभावित रूप से एक सप्ताह से भी कम समय लग सकता है. ओमिक्रॉन ने अल्फा, बीटा, गामा या किसी अन्य ज्ञात कोरोना वायरस से कोई समानता नहीं दिखाई है. एक अध्ययन में कहा गया है कि इस वेरिएंट को पहली बार 2020 में देखा गया था और अब यह फिर से उभरा है.

Tags: Omicron Alert, Omicron variant



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