उत्तराखंड

उत्तर प्रदेश के इनामी बदमाश कब्जा रहे उत्तराखंड में जमीन, राज्य मंत्री भी बना भू-माफिया, जानिए क्या है पूरा मामला

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड जिसे देवों की भूमि कहा जाता है ऐसी भूमि में आजकल भू माफिया सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और जमीन कब्जाने के भरसक प्रयास कर रहे हैं, ऐसा ही मामला सामने आया राजपुर रोड़ में जहां एक बुजुर्ग दंपत्ति की जमीन कब्जाने के लिए एक राज्य मंत्री से लेकर उत्तर प्रदेश के कई इनामी माफिया सक्रिय तौर पर दिखाई दे रहे हैं। उत्तराखंड अपनी नैसर्गिक वादियों के कारण विश्व प्रसिद्ध है देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग यहां वादियों का दीदार करने आते हैं, उत्तराखंड जिसे काफी शांत प्रदेश माना जाता है और उत्तराखंड को देवभूमि की संज्ञा भी दी गई है, यहां कण कण में देवताओं का वास है लेकिन इस देवभूमि को कुछ भू माफियाओं के कारण शर्मसार होना पड़ता है।

यदि राजनीतिक परिदृश्य पर नजर डाली जाए तो उत्तराखंड की सत्ता पर एक बार भाजपा तो एक बार कांग्रेस काबीज रही है, लेकिन मोदी लहर और पुष्कर सिंह धामी के काम ने भाजपा को लगातार दो बार उत्तराखंड की सत्ता पर बिठाकर एक इतिहास रचा है। परंतु बावजूद इसके भाजपा भी इन भू माफियों पर नकेल कसने में असफल रही है। कुर्सी पर बैठते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई सख्त और महत्वपूर्ण फैसले लेकर जनता का दिल तो जरूर जीता । लेकिन धामी के इतने प्रयासों के बाद भी धामी भू माफियाओं पर नकेल नही कस पा रहे है।

उत्तराखंड की जनता डबल इंजन सरकार की तारीफ में कसीदे तो जरूर पढ़ रही है, परंतु धरातल में हालात बेहद विपरीत हैं… यहां गिफ्ट डीड के नाम पर माफिया बुजुर्ग दंपतियों की संपत्ति अपने नाम करवा रहे हैं, मगर शासन-प्रशासन इसका कोई संज्ञान नहीं ले रहा है।

जब नियम है कि गिफ्ट डीड सिर्फ और सिर्फ ब्लड रिलेशन में ही होती है तो कैसे एक बाहरी व्यक्ति के नाम पर गिफ्ट डीड कर दी गई ? यह अपने आप को बहुत बड़ा सवाल है, साथ ही यूपी के बदमाश जमीन कब्जाने के लिए उत्तराखंड में दावेदारी कर रहे है, हैरानी की बात है कि पुलिस प्रशासन के पास शिकायत करने के बावजूद इस पर कोई सख्त कार्यवाही आज तक नहीं की गई आखिर पुलिस प्रशासन इस मामले में क्यों मौन है?

ब्लड रिलेशन ना होने के बावजूद डिड कर दी जाती है यह कैसे संभव हो पाया, क्या आला अधिकारी इसमें शामिल नहीं है? भू माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए लगातार भू कानून की मांग की जा रही है परंतु सरकार द्वारा भू समिति बनाकर इस मामले को टरका दिया गया है, जिसका परिणाम यह है कि बुजुर्ग दंपत्ति जिन्हें राजधानी देहरादून में आजादी के बाद राष्ट्रपति द्वारा जमीन दी गई वह भी दर बदर भटकने को मजबूर हो रहे हैं।

इसके बाबत राजधानी देहरादून में बुजुर्ग दंपत्ति के परिवारिक सदस्य भगवानदस द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित की गई जिसमें बताया गया कि शासन प्रशासन की नाक के नीचे कैसे उनकी संपत्ति को हड़पा जा रहा है, और पुलिस प्रशासन इस पूरे मामले में मूकदर्शक बना हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *