ऋषिकेश: रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद को गंगा नदी में दी ‘जल समाधि’
[ad_1]

मेघनाद के पुतले को नदी में विसर्जित करते हुए.
इस बार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन नहीं किया गया बल्कि इनको गंगा नदी में प्रवाहित किया गया.
देशभर में नवरात्र के बाद दशहरा पर्व पर असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के तौर पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला दहन किया जाता रहा है. हर बार की तरह इस बार भी ऋषिकेश में गंगा किनारे त्रिवेणी घाट पर हजारों की संख्या में दर्शक रावण दहन देखने पहुंचे, लेकिन इस बार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन नहीं किया गया बल्कि इनको गंगा नदी में प्रवाहित किया गया.
दशहरा कमेटी के संयोजक राहुल शर्मा ने कहा कि रावण दहन के दौरान त्रिवेणी घाट पर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है, लेकिन कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए भीड़ को नियंत्रित रख पाना मुमकिन नहीं था. जिसके बाद निर्णय लेकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को जल में प्रवाहित कर दिया गया.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link