उत्तराखंड

Rising Uttarakhand LIVE: उत्तराखंड में भारी बहुमत से आएगी कांग्रेस, BJP को हरीश रावत ने दी बड़ी चुनौती

[ad_1]

देहरादून. उत्तराखंड चुनाव पर सबसे बड़ी चर्चा राइज़िंग उत्तराखंड में हरीश रावत ने कई अहम बिंदुओं पर बड़े बयान दिए. उन्होंने कहा कि वह इस बार चुनाव लड़ने नहीं बल्कि लड़वाने के मूड में हैं और फिर भी ऐसी ज़रूरत पड़ेगी तो वह राज्य में किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. रावत ने अपने अंदाज़ में भाजपा पर कई हमले बोलते हुए महंगाई और बेरोज़गारी के मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा तो उसे खुले शब्दों में ठगों की पार्टी करार दिया. कई बिंदुओं और मुद्दों पर रावत ने किस तरह अपनी बात रखी, देखिए.

कांग्रेस के नारे पर
भाजपा भले ही कहे कि ‘इस बार 60 पार’ लेकिन लोकतंत्र में अहम है कि जनता क्या कह रही है. जनता के सामने जो महंगाई, बेरोज़गारी का आलम है, उसके हिसाब से लोग कह रहे हैं ‘इस बार भाजपा तड़ीपार’.

कांग्रेस के चुनावी चेहरे पर
हमारी पार्टी ने तय किया है कि उभरता हुआ उत्तराखंड ही हमारा चेहरा होगा. 2022 के लिए हमारी जो कल्पना है और 2027 तक हमारी पार्टी जहां राज्य को ले जाएगी, वही हमारा चेहरा होगा.

अपने भविष्य पर
चिंता मुझे अपनी नहीं है, मैं अपनी यात्रा पूरी कर चुका हूं. मुझे चिंता उत्तराखंड और उत्तराखंडीयत की है. राज्य निर्माण के लिए जिन्होंने बड़ा ​बलिदान दिया, उनके लिए अब मैं काम करते रहना चाहता हूं.

गैरसैंण को राजधानी बनाने पर
मध्याह्न का सूर्य गैरसैंण से ही चमकेगा. मैं भाजपा जैसी चमत्कारिक पार्टी का सिपाही नहीं हूं, मैं शिल्पी की तरह हूं.

भाजपा के वादों और आरोपों पर
भाजपा ने झूठे वादे किए. जनता को 15 लाख रुपये आज तक मिले नहीं इसलिए इस पार्टी के लोग ही चमत्कारी हैं.

जुम्मे की छुट्टी पर
आपको भाजपा के झूठ में नहीं फंसना चाहिए. शुक्रवार की छुट्टी के आरोपों पर मैं चीखकर कह रहा हूं कि मेरी सरकार ने ऐसा कोई नोटिफिकेशन जारी किया हो, तो वह कागज दिखा दीजिए, मैं हट जाउंगा. कैसी सरकार है, जिसका गृह मंत्री आरोप लगा रहा है, उसकी पूरी पार्टी व सरकार एक कागज तक नहीं दिखा पा रही.

भाजपा से खतरे पर
कभी कभी डर चाल भी हो सकता है. जिस दिन बीजेपी मुझ पर हाथ डालेगी, उसी दिन चुनाव का फैसला हो जाएगा. मैं कहता हूंं, आइए हिम्मत करिए… मुझे गिरफ्तार करने से कांग्रेस 60 पार हो जाए तो यह मेरी खुशनसीबी होगी.

विधान परिषद के मुद्दे पर
जितना छोटा राज्य होता है, वहां और प्रतिनिधित्व देना राजनीतिक स्थायित्व के लिए ज़रूरी होता है. हमारे पिछले घोषणा पत्र के इस मुद्दे पर फिर विचार होना चाहिए. यह पार्टी की सोच नहीं है, मेरी निजी सोच है.

कांग्रेस में नेताओं की वापसी पर
कुछ भाजपा नेताओं के पेट में मरोड़ है.. उन सबको कुछ और पस्त होने दीजिए, फिर और नेताओं पर भी विचार करेंगे. यशपाल आर्य उजाड़ू बल्द नहीं थे, वह पार्टी को धोखा देकर नहीं गए थे. बाकी कुछ नेताओं ने पार्टी को गिराने का काम किया और हरी घास देखकर गए थे.

अपनी चुनाव सीट पर
मेरा मन है कि इस बार में चुनाव लड़वाउं. 2012 में मैंने चुनाव लड़ाया था और उससे पहले भी, तब पार्टी सत्ता में आई थी. और लड़ना ही पड़ा तो मैं मलंग बाबा हूं कहीं से भी झंडा गाड़ लूंगा.

चुनाव के मुद्दों पर
दुनिया में सर्वाधिक बेरोजगारी भारत में है और भारत में सर्वाधिक उत्तराखंड में. यहां गैस का सिलेंडर महंगा है, तेल, दाल, सब्जियां, महंगाई चरम पर है. लोग कह रहे हैं, जब जब भाजपा आई है, कमरतोड़ महंगाई लाई है. कुंभ में कोविड टेस्टिंग घोटाला हुआ, डबल इंजन की सरकार कबाड़ साबित हुई. राजय में डेवलपमेंट ठप है, खुशहाली दूर है, शिक्षा व्यवस्था चौपट है.

तीन सीएम पर
जब बजट सत्र चल रहा था और खुद सीएम बजट पेश कर रहे थे, तभी चीफ मिनिस्टर को पद से हटा दिया गया. दूसरे सीएम को भी पता नहीं चला कब शादी हुई और वह कब विधवा हो गया… भाजपा ने अपनी विफलता को छुपाने के लिए तीन सीएम दिए.

पंजाब और सिद्धू पर
हमारी सरकार पंजाब में अच्छा काम कर रही है. मेरे समय में पंजाब में संगठन में जो सर्जरी हुई, उससे ज़्यादा पेनलेस सर्जरी कभी नहीं हो सकती थी. जो छक्के लगाता था, वह चौके मार रहा है और दो रन भी चुराने लगा है. वह टेस्ट मैच टेंपरामेंट में जल्दी आ जाएंगे. प्रदेश अध्यक्ष को टेस्ट टेंपरामेंट वाला होना चाहिए, सीएम को छक्का मारने वाला होना खिलाड़ी. मुझे विश्वास है कि भविष्य में सिद्धू बड़े नेता साबित होंगे.

राइज़िंग उत्तराखंड से जुड़े तमाम अपडेट्स के लिए और बड़े बयानों के लिए लगातार न्यूज़18 के साथ जुड़े रहिए.

आपके शहर से (देहरादून)

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fapjunk