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महिला सांसदों संग सेल्फी के लिए ट्रोल हुए शशि थरूर डैमेज कंट्रोल में जुटे! अब पोस्ट की ये तस्वीर

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नई दिल्ली. कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने अब संसद में पुरुष सांसदों के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट की हैं. एक दिन पहले ही 29 नवंबर को महिला सांसदों के साथ एक सेल्फी साझा करने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स (Social Media Users) ने उन्हें ट्रोल किया था. दरअसल माना जा रहा है कि महिला सांसदों के साथ अपनी सेल्फी पोस्ट करते हुए लोकसभा को “काम करने के लिए एक आकर्षक जगह” कहने के बाद हुई कड़ी प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए उन्होंने मंगलवार को पुरुष सांसदों के अपनी तस्वीर पोस्ट की.

आज जो तस्वीरें शशि थरूर ने साझा कीं, उनमें वे पुरुष सांसदों के साथ है. फोटो को पोस्ट करते हुए उन्होंने कैप्शन में कहा, “आज सुबह संसद में कई मित्रों के साथ, लेकिन किसी को भी इनके वायरल होने की उम्मीद नहीं है. हालांकि मैं एक समान मौके वाला अपराधी हूं!”

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सोमवार को छह महिला सांसदों के साथ एक तस्वीर पोस्ट करने और लोकसभा को काम करने की एक ‘आकर्षक जगह’ बताने संबंधी शशि थरूर के ट्वीट को लेकर तूफान खड़ा हो गया था और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को ‘वस्तु’ के रूप में निर्दिष्ट करने के लिए उन पर निशाना साधा था. थरूर ने कहा है कि राजनीतिज्ञों के लिए यह महसूस करने का उचित वक्त है कि महिलाएं अपने सौंदर्य से कहीं अधिक हैं.

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साइबर सुरक्षा ज्ञान प्रदान करने की दिशा में काम करने वाली एक गैर-लाभकारी संस्था, आकांक्षा श्रीवास्तव फाउंडेशन की संस्थापक आकांक्षा श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं के साथ ‘वस्तु’ के रूप में व्यवहार करना बंद करने की आवश्यकता है और यह मानसिकता बदलने का सही समय है.

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उन्होंने कहा था, “हम कभी भी पुरुष सांसदों पर नहीं देखते और यह नहीं कहते हैं कि कितना सुंदर जमावड़ा है, फिर उपलब्धि हासिल करने वाली महिला को महिला क्यों कहा जाता है और उन्हें वस्तु क्यों समझा जाता है. हमें लैंगिक तटस्थता तक पहुंचने की जरूरत है, समानता नहीं, बल्कि तटस्थता चाहिए.”

‘मानसिकता को बदलने की जरूरत’
भारतीय सामाजिक जागृति संगठन की एक कार्यकर्ता छवि मेथी ने कहा कि इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है कि महिलाएं सिर्फ आकर्षक या सुंदर हो सकती हैं. उन्होंने कहा, “उनके पास और भी बहुत कुछ है और लोगों को इसे स्वीकार करने और उन्हें वह सम्मान देने की जरूरत है, जिसकी वे हकदार हैं.”

‘महिलाओं को वस्तु के रूप में पेश करना बंद करें’
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था, “आप आकर्षण की वस्तु बनाकर संसद और राजनीति में उनके योगदान को कमतर कर रहे हैं. संसद में महिलाओं को वस्तु के रूप में पेश करना बंद करें.”

(इनपुट भाषा से भी)

Tags: Lok sabha, SHASHI THAROOR



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