AAP ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर उठाए सवाल, बीजेपी बोली- दिल्ली में करोड़ों रुपए विज्ञापन पर खर्च करती है केजरीवाल सरकार
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देश में सरकार द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नेता आतिशी ने सवाल उठाए हैं. एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (National Education Policy) का सही से अनुपालन नहीं हुआ है. वहीं इस प्रोग्राम में शामिल हुए गुजरात के बीजेपी (BJP) नेता ने आम आदमी पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की सरकार ने दिल्ली में काम के बजाय विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किया. आप नेता आतिशी ने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का सही तरीके से क्रियांवन नहीं होने से इस योजना का कोई महत्व नहीं है.
बीजेपी नेता सुनील देओधर ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली में हर साल करदाताओं का 600 करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च करती है. वहीं गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वाघानी ने दावा किया कि शिक्षा की गुणवत्ता और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होने की वजह से प्राइवेट स्कूलों के करीब 4 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है.
दरअसल गांधीनगर स्थित कर्णावती यूनिवर्सिटी में आयोजित यूथ पार्लियामेंट ऑफ इंडिया-2021 कार्यक्रम में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी पर अपने विचार साझा करने के लिए इन नेताओं को आमंत्रित किया गया था. इस दौरान आप नेता आतिशी ने कहा कि जब मैं नई शिक्षा नीति के बारे में पढ़ रही थी तो मुझे लगा कि हम नीतियां बनाने में आगे हैं लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या हम इन्हें लागू करने में समर्थ हैं. अगर हम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को सही से लागू नहीं कर पाते हैं तो ऐसी नीतियों को बनाने का कोई मतलब नहीं रहता है.
‘दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम’
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा कि जब दिल्ली में 7 साल पहले आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तो मुझे एजुकेशनल एडवाइजर नियुक्त किया गया था. इस दौरान सरकारी स्कूलों में विजिट के समय मुझे कई कमियां नजर आईं और पता चला कि सरकारी स्कूलों में सुविधा का कितना अभाव है.
आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में मजबूत इच्छा शक्ति दिखाते हुए बेहतर काम किया है और राज्य के कुल बजट में से 25 फीसदी एजुकेशन पर खर्च किया है. जिससे वहां प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में सुविधाओं में बढ़ोतरी और बेहतर परिणाम सामने आए हैं. सरकारी स्कूलों के करीब 500 छात्रों को अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में जेईई के जरिए एडमिशन मिला है.
आप नेता आतिशी के संबोधन के जवाब में गुजरात के शिक्षा मंत्री जीत वाघानी ने कहा कि राज्य में सरकार द्वार संचालित स्कूलों में बेहतर शिक्षा और सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. यही वजह है कि प्राइवेट स्कूलों के छात्र सरकारी स्कूलों का रूख कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों में यहां करीब 4 लाख छात्रों ने प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिल लिया है.
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