उत्तराखंड

अल्मोड़ा: 12 साल से जारी है गुरिल्ला संगठन का नियुक्ति पेंशन आंदोलन, सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए किया हवन

[ad_1]

अल्मोड़ा. एसएसबी गुरिल्ला संगठन (SSB Guerrilla Organization) पिछले 12 सालों से नियुक्ति और पेंशन की मांग के लेकर अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट (Almora Collectorate) में धरना दे रहे हैं. बारिश, गर्मी और कोरोनाकाल के बीच भी गुरिल्ला संगठन का आंदोलन लगातार जारी रहा. इस संगठन के 12 साल पूरे होने पर केन्द्र और राज्य सरकार की शुद्धि-बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया. लोगों में सरकार के प्रति लगातार गुस्सा बढ़ता जा रहा है. सत्यापन कराने के बाद भी ने उनकी मांग पर कोई फैसला नहीं लिया है.

गुरिल्ला संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बह्मानन्द डालाकोटी ने कहा कि सीमांओं की रक्षा के लिए एसएसबी द्वारा स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया था. तब उनमें से ही एसएसबी में भर्ती करते थे, लेकिन 2002 के बाद नियुक्ति बंद कर दी गई. अब लोगों के पास रोजी-रोटी का संकट है.

केन्द्र सरकार के सत्यापन कराने के बाद भी नहीं हो रही कोई कार्रवाई

केन्द्र सरकार ने कई बार एसएसबी के माध्यम से सत्यापन भी कर लिया है, लेकिन कार्रवाई शून्य ही है. राज्य सरकार ने नियुक्तियों में कुछ छूट देने का वादा किया था वह भी पूरा नहीं हुआ.

परिवार के सामने छाया रोजी रोटी का संकट: आनंदी महरा

एसएसबी द्वारा प्रशिक्षित आनंदी महरा ने कहा कि परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है. सरकार रोजगार देने की बात करती है, लेकिन हम लोग 12 साल से कलेक्ट्रेट में धरना दे रहे हैं. हमारी आवाज को कोई नहीं सुन रहा है. परिवार पालना मुश्किल हो गया है.

एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला की हिमालय राज्यों में हजारों की संख्या 

एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला हिमालय राज्यों में हजारों की संख्या में हैं. कुछ हिमालय राज्यों ने उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराया है, लेकिन उत्तराखण्ड बनने के बाद भाजपा और कांग्रेस की सरकारें उन्हें सिर्फ आश्वासन ही देती रही है. अब बढ़ती उम्र में उन्हें रोजगार मिलना भी मुश्किल हो गया है. वह सरकार से ही अपनी गुहार लगा सकते हैं.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *