उत्तराखंड

Climate Change का बड़ा असर, रास्ता बदल कर एक दूसरे में मिल रहे हैं ग्लेशियर, बड़े खतरे की दस्तक!

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उत्तराखंड. राज्य में एक बार फिर से क्लाइमेट चेंजिंग का असर दिखने लगा है. वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम ने रिसर्च में पाया कि पिथौरागढ़ के ऊपर ग्लेशियर ने अपना रास्ता बदल कर दूसरे के साथ मर्ज कर दिया है. साइंटिस्ट मनीष मेहता की टीम इस पर रिसर्च कर रही है, टीम ने पिथौरागढ़ के high-altitude हिमालय रेंज में एक ग्लेशियर को देखा है जो काफी पुराना है और उसने अपना रास्ता बदल लिया है. यह दूसरे ग्लेशियर से मर्ज कर रहा है जिससे इसका आकार काफी बढ़ गया है. हालांकि इसको लेकर अभी रिसर्च टीम काम कर रही है.

वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के डायरेक्टर काला चांद साईं के मुताबिक जलवायु परिवर्तन की वजह से हिमालय इलाक़ो में यह बदलाव देखे जा रहे हैं. साल 2013 में भी आपदा के कारण जो ग्लेशियर टूटा था, उसकी और उसके बाद की स्थिति में काफी चेंज आए हैं. 2 ग्लेशियर के मर्ज होने से खतरे की आशंका तो है, वहीं इससे पैदा होने वाले खतरों के बारे में अभी कुछ भी कहना मुश्किल है.

इस पर साइंटिस्ट की टीम लगातार रिसर्च कर रही है. साइंटिस्ट की टीम ने यह भी पाया कि अगर यह इलाका ग्लेशियर से मिलने का दबाव बर्दाश्त नहीं कर पाया तो तबाही काफी हो सकती है. वहीं नीचे के इलाकों में खतरा बढ़ा हुआ है. यह आपदा कई इलाकों को चपेट में ले सकती है. दरअसल हिमालय इलाकों में ग्लेशियर काफी संख्या में है और समय-समय पर टूटते हैं लेकिन क्लाइमेट चेंज के कारण यह बड़ी तबाही ला सकता है जिस पर साइंटिस्ट की टीम लगातार रिसर्च कर रही है.

Tags: Glacier, Pithoragarh district, Pithoragarh news, Uttrakhand



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