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Bihar: काली कमाई का कुबेर निकला थानेदार, EOU छापेमारी में आय से 93% अधिक संपत्ति का खुलासा

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पटना. बिहार में काली कमाई के कुबेर के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. ताजा मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने शराब माफियाओं से सांठगांठ कर भ्रष्ट तरीके के अर्जित संपत्ति के मामले में वैशाली (Vaishali) जिले के लालगंज के थाना अध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला के तीन जिलों के पांच ठिकानों पर बुधवार को एक साथ रेड (EOU Raid) की. छापेमारी में करोड़ों रुपए की चल एवं अचल संपत्ति के साथ ही ज्ञात स्रोतों से करीब 93 प्रतिशत अधिक आय (Income) होने का खुलासा हुआ है. ईओयू के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक थाना अध्यक्ष चंद्रभूषण शुक्ला ने अपने पद का दुरुपयोग कर आय के वैध स्रोत से अधिक संपत्ति अर्जित की है. इसका पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद ईओयू थाना में उनके खिलाफ मामला दर्ज कर विशेष अदालत से तलाशी वारंट (Search Warrant) प्राप्त किया गया. इसके बाद उनके सारण जिले के छपरा स्थित घर, सीवान जिले के रघुनाथपुर स्थित पैतृक आवास और वैशाली जिले के हाजीपुर के घर के साथ ही लालगंज के थाना अध्यक्ष कार्यालय एवं आवास पर एक साथ छापेमारी की गई.

चंद्रभूषण शुक्ला के पास आय के ज्ञात स्रोत से करीब 93 प्रतिशत से अधिक संपत्ति का पता चला है. अवैध रूप से अर्जित राशि को परिजनों के बैंक खातों में जमा कर थाना अध्यक्ष उसे वैध बनाने की चाल चल रहे थे. तलाशी में करीब नौ बैंक खातों से संबंधित कागजात के अलावा दो लॉकर, जमीन के दस्तावेज, 92000 रुपये कैश, बीमा पॉलिसी में निवेश से जुड़े कागजात भी बरामद किए गए हैं. ईओयू की कार्रवाई के बाद थाना अध्यक्ष को जल्दी निलंबित किए जाने की संभावना जताई जा रही है. ईओयू के अधिकारियों की मानें तो चंद्रभूषण शुक्ला ने अपनी पत्नी और स्वजनों के नाम पर अकूत संपत्ति अर्जित कर रखी है. साथ ही विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों में भी काफी राशि का निवेश किया है.

पत्नी और पिता के नाम पर काली कमाई को किया था निवेश

थाना अध्यक्ष की पत्नी के नाम पर पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में एक आवासीय भूखंड और कृषि भूखंड के कागज भी मिले हैं. पिता के नाम पर छपरा में एक आवासीय मकान की जानकारी मिली है. थानेदार और पत्नी के बैंक खातों में 11.79 लाख रुपए जमा मिले हैं. बीमा पालिसियों के प्रीमियम, म्यूचुअल फंड और गाड़ी की खरीद पर करीब 34.74 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. इसके अलावा अन्य मद में 13.73 लाख की राशि खर्च की गई है. ईओयू की जांच में थानेदार चंद्रभूषण शुक्ला के वेतन और दूसरे ज्ञात स्रोत से करीब 64 लाख की आय की जानकारी मिली है, जबकि कुल अर्जित परिसंपत्ति 89 लाख 46 हजार रुपये है.

इसके अलावा कुल खर्च 34.06 लाख रुपये पाया गया है. इस प्रकार उनकी संभावित बचत 29 लाख 93 हजार रुपये ही होनी चाहिए. लेकिन थानेदार के पास 59.62 लाख से अधिक परिसंपत्ति पाई गई है. आर्थिक अपराध ईकाई द्वारा आरोपी थानेदार के बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई की जा रही है.

पूर्वी चंपारण में पोस्टिंग के दौरान की थी सबसे ज्यादा काली कमाई

बता दें कि चंद्रभूषण शुक्ला 2009 बैच के दरोगा के तौर पर बिहार पुलिस में आए थे. जून 2016 से जनवरी 2019 तक चंद्रभूषण शुक्ला पूर्वी चंपारण में पोस्टेड थे. ईओयू की मानें तो इस दौरान ही चंद्रभूषण शुक्ला ने काफी संपत्ति अर्जित की थी. बालू के अवैध खनन मामले में आरोपी पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के ठिकानों पर विभिन्न एजेंसियों द्वारा पिछले कई महीनों से लगातार छापेमारी जारी है. मगर हाल के दिनों में यह पहला मामला है जब शराब धंधेबाजों से सांठगांठ करने वाले किसी थाना अध्यक्ष के ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

इसके पहले बीते 30 अक्टूबर को पटना के जक्कनपुर थाना अध्यक्ष कमलेश प्रसाद के ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई की टीमों ने छापेमारी की थी. उसमें भी आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया था.

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Tags: Bihar News in hindi, Corruption, Corruption in police, Crime News, Raid



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