चमोली : इंटर कॉलेज की दीवारों में गहरी दरारें, जान जोखिम में डाल पढ़ने को मजबूर छात्र
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चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज कोटी चांदपुर के बच्चे स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त होने और कक्षाओं के अभाव में बरामदे में पढ़ने को मजबूर हैं. कुछ बच्चे तो स्कूल के जर्जर कमरे में ही पढ़ रहे हैं, जिससे हर वक्त उनकी जान को खतरा बना हुआ है.
साल 1997 में जीआईसी का दर्जा प्राप्त कर चुके राजकीय इंटर कॉलेज कोटी में आसपास के पांच गांवों के बच्चे पढ़ते हैं. बीते 3-4 साल से विद्यालय भवन की हालत बेहद खराब है. यहां वर्तमान में कुल छात्रों की संख्या 105 है. कमरों की जर्जर हालत को देखते हुए पहले कक्षाएं प्राइमरी स्कूल में संचालित की जा रही थीं, लेकिन बीते 21 सितंबर को प्राइमरी के बच्चों के स्कूल खुलने के बाद से कुछ कक्षाओं को बरामदे में संचालित किया जा रहा है.
बरामदे में पढ़ रहे छात्रों को बारिश में काफी समस्या होती है और कभी-कभी तो उनकी छुट्टी इसी वजह से करनी पड़ती है. पिछले कुछ वर्षों में स्कूल के जर्जर भवन के ठीक न होने की वजह से यहां छात्रों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है और मौजूदा समय में अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों की चिंता सताने लगी है. वहीं यहां पढ़ने वाले छात्रों ने भी सरकार से विद्यालय भवन बनाने की मांग की है.
खंड शिक्षा अधिकारी कर्णप्रयाग केना चौहान ने बताया विद्यालय के जर्जर हालात के बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित कर क्षतिग्रस्त विद्यालय की तस्वीरें शासन स्तर पर भेज दी गई हैं.
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