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रक्षा मंत्री ने छुए परमवीर चक्र से सम्मानित कर्नल की मां के पैर, 1971 युद्ध के पूर्व सैनिकों से मिले राजनाथ सिंह

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नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 (India-Pakistan 1971 War) में हुए युद्ध के 50 साल पूरे होने वाले हैं. इस ऐतिहासिक युद्ध में भारत को मिली जीत की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित स्वर्णिम विजय पर्व समापन समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने 1971 के युद्ध में शामिल परमवीर चक्र (Paramveer Chakra) से सम्मानित कर्नल होशियार सिंह की मां के पैर छुए. कर्नल होशियार सिंह को पाकिस्तान के साथ हुए इस युद्ध में अपनी वीरता और साहस के लिए सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से नवाजा गया था.

इस समारोह में शामिल हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के रिटायर्ड अधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कर्नल होशियार सिंह की मां के चरण स्पर्श किए और उनके योगदान को याद किया. राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर इस समारोह से जुड़ी कुछ तस्वीरों को शेयर किया जिसमें वो पूर्व सैनिकों से मिलते हुए नजर आए.

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, 1971 में अन्याय के खिलाफ लड़े गए युद्ध में शामिल मुक्तियोद्धाओं और पूर्व भारतीय सैनिकों से मिला. इस जंग में भारतीय सशस्त्र बलों ने साहस और वीरता से मुक्तियोद्धाओं के साथ मिलकर संघर्ष किया.

“1971 का युद्ध मानवता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक”
इस समारोह को संबोधित करते हुए डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के साथ 1971 का युद्ध न्याय के लिए लड़ा गया था जिसके फलस्वरूप नए राष्ट्र बांग्लादेश का उदय हुआ. यह युद्ध मानवता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर की तारीख भारत में विजय दिवस के रूप में याद रखी जाती है.

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यह वह दिन था जब पाकिस्तान की फौज और उसके 93 हजार सैनिकों ने भारत की सेना के समकक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. राजनाथ सिंह ने कहा कि इस युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत हुई और पाकिस्तान ने अपनी सेना का एक तिहाई हिस्सा खो दिया.

Tags: Defense Minister Rajnath Singh, India pakistan war



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