जागेश्वर धाम में पूरी होती है संतान की इच्छा! महिलाएं हाथ में दीया रख करती हैं कामना
[ad_1]
पुराणों में जागेश्वर धाम का वर्णन मिलता है.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि महिलाएं महामृत्युंजय मंदिर के सामने दीया हाथ में लेकर संतान की कामना करती हैं.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर धाम में श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं. भगवान शिव के इस मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना गया है लेकिन इसको लेकर मतभेद भी हैं. इस स्थान पर जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने भ्रमण किया था. पौराणिक कथाओं में जागेश्वर धाम का वर्णन मिलता है. वहीं शिव पुराण, लिंग पुराण और स्कंद पुराण में भी इस मंदिर का उल्लेख किया गया है.
जागेश्वर धाम में 125 छोटे-बड़े मंदिर हैं. हर रोज काफी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं. यहां की एक मान्यता यह भी है कि जिन महिलाओं की संतान नहीं होती है, वह जागेश्वर के महामृत्युंजय मंदिर में आकर संतान की मनोकामना मांगती हैं और भोलेनाथ उनकी झोली खुशियों से भर देते हैं.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि महिलाएं महामृत्युंजय मंदिर के सामने दीया हाथ में लेकर संतान की कामना करती हैं. विशेष अवसरों पर जैसे- शिव चतुर्दशी, सावन मास और महाशिवरात्रि पर यह पूजा की जाती है.
जागेश्वर मंदिर के परिसर में वैसे तो देवदार के काफी पेड़ हैं लेकिन एक पेड़ ऐसा भी है, जिसमें भगवान शिव का परिवार देखने को मिलता है. देवदार के इस पेड़ को अर्धनारीश्वर कहा जाता है. इस पेड़ में भगवान शिव, माता पार्वती और उनके पुत्र गणेश की आकृति देखने को मिलती है.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link