Leopard in Shimla: खलीनी और कनलोग में मिले तेंदुए के पैरों के निशान, योगराज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आई
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शिमला. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला (Shimla) में दीवाली की रात को 6 साल के एक मासूम को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. वाइल्ड लाइफ विंग बीते 7 दिनों से उस आदमखोर तेंदुए (Leopard in Shimla) को तलाश रहा है लेकिन अब उसके केवल निशान ही मिल पाए हैं. शिमला के खलीनी और कनलोग इलाके में तेंदुए के पंजे के निशान मिले हैं, जो तस्वीरों में कैद हो गए हैं.
इस बीच बच्चे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि किसी जानवर ने ही बच्चे को अपना शिकार बनाया है. डीएसपी कमल वर्मा ने रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है. डीएसपी का कहना है कि रिपोर्ट में यही सामने आया है कि किसी जानवर ने ही बच्चे को अपना निवाला बनाया है, लेकिन स्पष्ट रिपोर्ट कैमिकल एग्जामिनेशन के बाद ही मिल पाएगी. इसके लिए साक्ष्यों को एफएलएल लैब भेजा गया है. एफएसएल की रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
तेंदुए की तलाश
वहीं, दूसरी ओर वाइल्ड लाइफ विंग के अतिरिक्त मुख्य अरण्यपाल अनिल ठाकुर ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी और एक्सपर्ट तेंदुए को खोजने में जुटे हुए हैं. कई स्थानों पर एक दर्जन से ज्यादा ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं. कुछ स्थानों पर तेंदुए के पंजो के निशान मिले हैं. पंजो के निशान और अन्य तस्वीरों के अध्ययन से पता चला है कि ये नर तेंदुआ है. उन्होंने कहा कि जल्द ही तेंदुए को पकड़ लिया जाएगा. जिन इलाकों में तेंदुए का खौफ है, वहां पर होर्डिंग और अन्य साइन बोर्ड लगाए गए हैं. आम जनता के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि शाम के समय बच्चों को अकेले घरों से बाहर न भेजें और घरों के आसपास झाड़ियों को साफ करें. अंधेर में घरों की ओर न जाएं. उचित रौशनी के प्रबंध के लिए विभाग ने नगर निगम को भी पत्र भेजा है, जंगल से गुजरने वाले रास्तों में स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. वन विभाग ने नगर निगम को कहा कि आवारा कुत्तों को भी शहर से हटाया जाए.
शहर में कितने तेंदुए हैं
अनिल ठाकुर ने ये भी बताया कि 6 साल पहले वन विभाग ने शहर में एक सर्वे करवाया था, जिसमें पता चला था कि शहरभर में 16 तेंदुएं हैं. इस समय इनकी संख्या कितनी है, इसके बारे में फिलहाल नहीं बताया जा सकता. उन्होंने कहा कि जल्द ही स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर इस पर फिर से अध्ययन किया जाएगा. वन विभाग ने आम जनता के लिए रेसक्यू सेंटर का नंबर भी जारी किया है. 18004194575 हेल्पलाइन नंबर पर लोग फोन कर तेंदुए, बंदर या अन्य जानवरों की सूचना दे सकते हैं.
तेंदुए को मारने के आदेश
कनलोग में तीन महीने पहले तेंदुए ने मासूम बच्ची को शिकार बनाया था. अब डाउनटेल में दिवाली की रात को 5 साल का योगराज तेंदुआ का निवाला बना है.य ऐसे में मानवाधिकार आयोग ने तेंदुए को आदमखोर घोषित करने का आदेश दिया है. आयोग के आदेश को एग़्जामिन किया जा रहा है. कुछ जरूरी प्रकिया पूरी करने के बाद ही तेंदुए को आमदखोर घोषित किया जाएगा.
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