राष्ट्रीय

Vaccination In India: पहली बार फुली वैक्सीनेटेड लोगों की संख्या पार्शियली वैक्सीनेटेड लोगों से हुई ज्यादा

[ad_1]

नई दिल्ली. भारत में कोविड रोधी टीकाकरण (Anti Covid Vaccination) कार्यक्रम की शुरुआत के बाद टीकों की दोनों डोज (Fully Vaccinated) लगवाने वाले लोगों की संख्या, सिर्फ एक डोज लगवाने (Partially Vaccinated) वाले लोगों से आगे निकल गई है. मंगलवार की रात तक भारत में कोविड -19 रोधी वैक्सीन की कम से कम एक खुराक पाने वाले 75 करोड़ 54 लाख लोगों में से 38 करोड़ 70 लाख लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है. वहीं अन्य 37 करोड़ 47 लाख लोगों को सिर्फ एक खुराक मिली है.भारत की अनुमानित 94 करोड़ वयस्कों की आबादी को ध्यान में रखकर यह आंकड़ा देखें तो इसका मतलब है देश के 40.3% वयस्कों को पूरी तरह से टीका लग चुका है जबकि अन्य 40.2% को अब तक एक ही खुराक मिली है. मंगलवार को भारत ने कोविड के 10,351 नए मामले दर्ज किए. देश में अब तक लगभग 3 करोड़ 45 लाख कोविड -19 मामले पाए गए हैं. वहीं इस बीमारी के चलते 464,213 की मौत हो चुकी है.

वेबसाइट Our World In Data के आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी का औसतन 54.1% (पूरी आबादी, न कि केवल 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को) को टीके की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है जबकि 26.8% को पूरी तरह से टीका लग चुका है. वहीं इन आंकड़ों का वैश्विक औसत क्रमश: 52.2% (पहली डोज) और 40.9% (फुली वैक्सीनेटेड) है. इसका मतलब यह है कि एक ओर तो भारत कुल कवरेज में वैश्विक औसत से अभी आगे है तो वहीं दूसरी ओर वह फुली वैक्सीनेटेड लोगों के मामले में काफी पीछे है.

अधिकारियों को डर है कि करीब 20 फीसदी लोगों को अभी तक टीके की एक भी खुराक नहीं दी गई है. ऐसे में सरकार सभी भारतीय वयस्कों को दिसंबर तक फुली वैक्सीनेटेड करने के लक्ष्य से पीछे रह सकती है. यह ऐसा लक्ष्य है जिसे अब तक कोई देश हासिल नहीं कर सका है. साथ ही कईयों ने वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद दूसरी नहीं ली. ऐसे मामले भी सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं.

सभी को वैक्सीन सरकार का लक्ष्य
मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के कोने कोने तक कोविड टीकाकरण अभियान को ले जाने के तरीकों पर चर्चा के लिए मंगलवार को गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ), नागरिक समाज समूहों (सीएसओ) और विकास साझेदारों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. सरकार ने हाल में महीनेभर चलने वाले ‘हर घर दस्तक’ अभियान की शुरुआत की थी जिसमें घर घर जाकर उन लोगों को टीका लगाया जा रहा है जिन्होंने अभी तक टीके की एक भी खुराक नहीं लगवाई है या जिनकी दूसरी खुराक लगनी शेष है.

मांडविया ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘देश के एनजीओ, सीएसओ के साथ विचार विमर्श किया. इस बारे में चर्चा की कि सरकार और इन संगठनों के बीच साझेदारी बढ़ने से हमारा ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण अभियान किस तरह मजबूत होगा. हमारी सरकार हमारे इस अभियान को देश के कोने कोने तक ले जाने के लिए संगठनों का सहयोग चाहती है.’

उन्होंने हाल में कहा था कि देश में 12 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने कोविड 19 रोधी टीके की दूसरी खुराक अभी नहीं लगवाई है. उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि उक्त अभियान में पूरी वयस्क आबादी को पहली खुराक लगाई जाये, वहीं जिनकी दूसरी खुराक लगनी बाकी है, उन्हें भी इसके लिए प्रोत्साहित किया जाए.



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *