Exclusive: पाकिस्तान की कभी हां-कभी ना के चलते नहीं खुल पाया करतारपुर गलियारा
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नई दिल्ली. भारत ने गुरुवार को साफ कर दिया कि फिलहाल करतारपुर गलियारा (Kartarpur Corridor) नहीं खोला जाएगा. गुरुपरब के मौके पर 17 से 26 नवंबर के बीच 1500 सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान (Pakistan) का दौरा करेगा, लेकिन यह जत्था करतारपुर गलियारे से नहीं बल्कि वाघा-अटारी सीमा चेकप्वाइंट से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा. सूत्रों ने न्यूज़18 को बताया कि भारतीय सिख श्रद्धालुओं को लेकर पाकिस्तान का रवैया बार-बार बदलता रहता है. सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की कभी हां और कभी ना के चलते करतारपुर गलियारे को खोलने को लेकर फैसला नहीं लिया गया.
आपको याद दिला दें कि पाकिस्तान ने जून के महीने में दो बार सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान आने की अनुमति नहीं दी थी. जिसमें अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस और महाराजा रंजीत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान जाने का कार्यक्रम बना था. कहने को तो पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट का पहला फेज़ पूरा कर लिया है लेकिन भारत के साथ जुड़ने वाले ब्रिज का निर्माण उसने नहीं किया है, जबकि भारत अपनी तरफ का काम मुकम्मल कर चुका है. इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा भारत से करतारपुर राहदारी के रास्ते आने वाले श्रद्धालुओं पर 20 अमेरिकन डॉलर और पासपोर्ट लाज़िम करने वाले मुद्दों का हल निकलना बाकी है.
लेकिन 9 नवंबर को गलियारे के खोले जाने के 2 साल पूरा होने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने करतारपुर गलियारा खोलने की वकालत की थी. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा था वो उम्मीद करता है कि भारत सहयोग की भावना से तीर्थ यात्रियों को करतारपुर साहिब जाने के लिए गलियारे से यात्रा करने की अनुमति देगा.
विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
न्यूज़18 के सवाल पर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि करतारपुर गलियारा कोरोना संकट के कारण मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था. और दोनों देशों के बीच ज़मीनी रास्ते से बेहद सीमित आवाजाही वाघा-अटारी सीमा चेकप्वाइंट से हो रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने न्यूज़18 के सवाल के जवाब में कहा कि 17 से 26 नवंबर के बीच जो सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान जाएगा, वह वाघा-अटारी सीमा चेकप्वाइंट से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह जत्था गुरुद्वारा ननकाना साहिब, गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब, गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब, गुरुद्वारा श्री डेरा साहिब, गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब और गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा का दौरा करेगा.
वहीं गलियारे को लेकर पंजाब में भी राजनीति तेज़ हो गई है. गलियारे को खोले जाने के 2 साल पूरे होने पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, समेत कई पंजाब राजनीति से जुड़े नेताओं ने करतारपुर गलियारे को दोबारा खोलने की मांग रखी थी.
https://www.youtube.com/watch?v=OgntPMOIyVk
आपको बता दें कि 9 नवंबर 2019 को यह गलियारा श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था और 129 दिन के अंदर करीब 63 हज़ार श्रद्धालुओं ने गलियारे के ज़रिए करतारपुर गुरुद्वारे के दर्शन किए थे.
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