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शिवसेना-एनसीपी के नेताओं से मिलने मुंबई पहुंचीं ममता बनर्जी, क्या नए गठजोड़ की है ये शुरुआत?

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कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  (Chief Minister Mamata Banerjee) ने मंगलवार को मुंबई रवाना होने से पहले मीडिया से कहा कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) और शिवसेना नेताओं से मिलेंगी. वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) से भी मिलने की कोशिश करेंगी. ठाकरे कोविड से उबर गए हैं, लेकिन डॉक्‍टर्स ने उन्‍हें अभी लोगों से मिलने की अनुमति नहीं दी है. ममता बनर्जी ने कहा कि आदित्‍य ठाकरे, उसी होटल में आकर मिलेंगे जिसमें मैं ठहरूंगी. अगले दिनों में व्‍यापारिक समुदाय के कुछ सदस्‍यों से भी चर्चा होगी.

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं ने बताया कि शिवसेना नेता संजय राउत भी बंगाल के मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे. ममता बनर्जी तीन दिनों तक मुंबई में रहेंगी. उन्‍होंने यह नहीं बताया कि इस दौरान महाराष्‍ट्र का कोई नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल होगा या नहीं. क्‍या यह दौरा किसी नए गठजोड़ की शुरुआत है. हालांकि ऐसी कई अटकले हैं, जिन पर जल्‍द खुलासा हो सकता है. इससे पहले ममता बनर्जी के दिल्‍ली दौरे में कांग्रेस के पूर्व लोकसभा सदस्य और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद, जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व राज्यसभा सदस्य पवन वर्मा और हरियाणा के पूर्व कांग्रेस सांसद अशोक तंवर, उनकी उपस्थिति में टीएमसी में शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री से ममता बनर्जी की भेंट के बाद 24 नवंबर को , मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा 11 अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ टीएमसी में शामिल हो गए थे. इस कदम ने टीएमसी को 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा में सबसे बड़ी विपक्षी ताकत बना दिया है. यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है.

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इससे पहले गोवा के पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो सितंबर में कुछ स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ टीएमसी में शामिल हुए थे. बनर्जी पहले ही भाजपा शासित गोवा का दौरा कर चुकी हैं जहां उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी. टीएमसी ने हाल ही में भाजपा शासित त्रिपुरा में निकाय चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उसे केवल एक सीट ही मिली थी. अब वह 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है. बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ने बनर्जी को विपक्ष का असली चेहरा घोषित करने के साथ टीएमसी और कांग्रेस के बीच की दूरी को बढ़ा दिया है.

वहीं टीएमसी के संविधान में संशोधन करने का फैसला लेने के एक दिन बाद ममता, मुंबई पहुंचीं हैं. इस संशोधन के बाद टीएमसी की कार्यसमिति में अन्‍य राज्‍यों के नेताओं को शामिल कर सकेंगी. यह कदम पार्टी के अन्‍य राज्‍यों में चुनाव लड़ने की योजना के तहत लिया गया है. टीएमसी कार्यसमिति को राष्ट्रीय स्तर की संस्था में बदलने का निर्णय पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, पवन वर्मा, अशोक तंवर, मुकुल संगमा और मेघालय के 11 अन्य कांग्रेस विधायकों की बैठक में लिया गया था.

Tags: Chief Minister Mamata Banerjee, Chief Minister Uddhav Thackeray, NCP chief Sharad Pawar



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