क्या है हाइपरसोनिक विमान? स्पीड- 5000 किमी/घंटे, केवल डेढ़ घंटे में दिल्ली से लंदन
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एक स्टार्टअप कंपनी ने हाइपरसोनिक विमान का प्रोटोटाइप लॉन्च किया है.
Hypersonic Aircraft Quarter Horse: दुनिया अब हाइपरसोनिक हवाई वाहनों की ओर बढ़ रही है. हाइपरसोनिक का मतलब ऐसी स्पीड जो ध्वनि की गति से कम से कम 5 गुना अधिक हो. ध्वनि की गति को मैक में मापा जाता है. किसी विमान के हाइपरसोनिक कहलाने के लिए उसकी गति करीब 5000 किमी प्रति घंटे की होनी चाहिए. एक स्टार्टअप कंपनी पहली हाइपरसोनिक विमान का प्रोटोटाइप लॉन्च किया है. दावा किया जा रहा है कि इस विमान से केवल डेढ़ घंटे में दिल्ली से लंदन तक सफर पूरा किया जा सकेगा.
Hypersonic Aircraft Quarter Horse: विमान निर्माण क्षेत्र की स्टार्टअप हर्मेयुस (Hermeus) अपने हाइपरसोनिक विमान पर से पर्दा हटा दिया है. इस हाइपरसोनिक विमान का नाम क्वाटरहर्स (Quarterhorse) रखा गया है. कंपनी ने अभी प्रोटोटाइप विमान बनाया है, जिसमें अपनी इंसान को सफर करने की अनुमति नहीं है. कंपनी को उम्मीद है कि यह विमान अगले साल तक आसमान में उड़ने लगेगा.
बीते मंगलवार को कंपनी प्रोटोटाइफ हाइपरसोनिक विमान को लॉन्च करने की घोषणा की थी. कंपनी ने घोषणा की कि उसकी इस परियोजना के लिए अमेरिकी एयरफोर्स से उसे 6 करोड़ डॉलर यानी करीब 450 करोड़ रुपये की राशि मिली है. अगस्त माह में जब कंपनी को ये फंडिंग मिली थी तब उसने कहा था कि यह विमान अगले 18 महीने के भीतर उड़ान भरने लगेगा.
इस हाइपरसोनिक विमान में अमेरिका की दिलचस्पी अच्छी खासी है. वहां की वायु सेना भविष्य में एक्गिक्यूटिव क्लास के लिए इस तरह के विमान की संभावना पर जोर दे रही है. जिससे की काफी कम समय में अहम व्यक्ति दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में ट्रेवल कर सकें.
स्टार्टअप Hermeus के सीओओ स्काइलर शफोर्ड ने कहा कि जब कोई विमान निर्माता कंपनी एक नए विमान से पर्दा हटाती हो तो वह स्टाइरोफोम और फारबर ग्लास से अधिक कुछ नहीं होती. लेकिन हम निश्चित और निश्चित रूप से इसे उड़ाना चाहते हैं. हमने चार माह के भीतर इस विमान को डिजाइन, निर्माण और एकीकृत किया है. वैसे कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उसने जिस विमान पर से पर्दा हटाया है वही विमान उड़ान भरेगा या कोई और.
कंपनी ने Quarterhorse के लिए इंजन का परीक्षण कर लिया है. यह टर्बाइन बेस्ड कंबाइंड साइकल (टीबीसीसी) इंजन है. इसे रैमजेट्स और स्क्रैमजेट्स के साथ इस्तेमाल किया जाएगा. रैमजैट्स और स्क्रैमजेट्स इंजन काफी तेज गति प्रदान करने वाले इंजन होते हैं. इन दोनों इंजन के लिए अक्सर हाई-सुपरसोनिक या हाइपरसोनिक यान की जरूरत पड़ती है. ऐसे यान को सामान्य रनवे पर उतारने और वहां उड़ान भरने में दिक्कत आती है. ऐसे में Quarterhorse हाइपरसोनिक विमान में टीबीसीसी इंजन लगाया गया है. इससे विमान को सामान्य रनवे पर आसानी से उतारा जा सकता है. यानी टीबीसीसी इंजन से विमान को उड़ाया और उतारा जाएगा जबकि हवा में विमान के पहुंचने के बाद उसमें लगे रैमजेट्स या स्क्रैमजेट्स इंजन को चालू किया जाएगा, जिससे कि विमान हाइपरसोनिक गति प्राप्त कर सके. ऐसा होने से विमान को उतारने या उड़ान भरने के लिए अलग से रनवे की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह दुनिया के भर के मौजूदा एयरपोर्ट पर आसानी से उतर सकेगा.
क्या होती है हाइपरसोनिक स्पीड
कंपनी का दावा है कि Quarterhorse हाइपरसोनिक स्पीड हासिल करने में सफल होगी. हाइपसोनिक स्पीड का मतलब ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक गति होता है. इसे मैक 5 कहा जाता है. कंपनी ने दावा किया है कि यह विमान 3000 माइल यानी करीब 4828 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. यानी दिल्ली से लंदन की दूरी करीब डेढ़ घंटे में पूरी की जा सकेगी. दिल्ली से लंदन की हवाई दूरी करीब 6700 किमी है. मौजूदा विमानों से इस दूरी को तक करने में कम से कम 8 घंटे का समय लगता है.
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